धरने की ओट में वोट की चोट
जागरण संवाददाता, हाथरस : कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना..। यही सब देखने को मिला बसपा के धरना-प्रद
जागरण संवाददाता, हाथरस : कहीं पे निगाहें और कहीं पे निशाना..। यही सब देखने को मिला बसपा के धरना-प्रदर्शन में। बहाना भूमि अधिग्रहण अध्यादेश, आपदा ग्रस्त किसानों की उपेक्षा, प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था और विकास की हवाई योजनाएं, मगर मकसद वोट पर निशाना।
यह बात पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय से ही शुरू करें तो उन्होंने अपने भाषण में पूरी तरह से भाजपा और सपा को घेरा। लोकसभा चुनाव को लेकर उलाहने भी दिए और कहा कि अच्छे दिन अब आए हैं या बसपा शासन में थे। यह भी याद दिलाया कि जिला मुख्यालय आदि का यहां होना बसपा शासन की ही देन है और यहां तक कह दिया कि भाजपाइयों को गांवों में मत घुसने देना। फिर पंचायत चुनाव में बसपा समर्थित प्रत्याशियों को जिताने की अपील भी अंत में कर गए। इसी तरह सदर विधायक चौ. गेंदालाल के भाषणों का केंद्र वोट पर ही आकर टिका। काननू व्यवस्था आदि की दुहाई देकर उन्होंने भी आगामी विधानसभा चुनाव आगाज कराया और बसपा के पक्ष में मतदान करने की अपील की। यही सब इशारा लोकसभा चुनाव में बसपा प्रत्याशी रहे मनोज सोनी ने भी किया। रामवीर उपाध्याय के छोटे भाई मुरसान के ब्लाक प्रमुख मंच पर जमकर गरजे। लोगों को अहसास कराया कि उनके सुख-दुख में सबसे ज्यादा भागीदारी वह निभाते हैं। उनका पूरा परिवार जनसेवा में समर्पित है। केंद्र व प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करने के बाद अंत में बसपा के लिए वोट न मांगा हो। इस सब से यही लगा कि धरना की ओट में वोट की चोट की जा रही हो और किसान वोट को जोड़ने की कवायद।