एपिक कार्ड पर नाम बदलना महंगा पड़ा
संवाद सहयोगी, हाथरस : सासनी में एक महिला के एपिक कार्ड (वोटर आईडी) पर अंकित नाम बदलना एक फोटोग्राफर
संवाद सहयोगी, हाथरस : सासनी में एक महिला के एपिक कार्ड (वोटर आईडी) पर अंकित नाम बदलना एक फोटोग्राफर को महंगा पड़ गया। इसकी वजह से उसे हवालात की हवा खाने को मजबूर होना पड़ा।
मोहल्ला चामणवाला निवासी मुन्नी देवी के पति बाबूलाल की मौत लगभग पांच वर्ष पूर्व हो गई थी। इसी बीच मोहल्ले में शिविर लगाकर विधवा पेंशन के लिए बैंक में खाता खुलवाए गए, जिसमें मोहल्ले वालों ने वृद्धा का नाम नन्नी देवी लिखा दिया। इसी नाम से वृद्धा का खाता खुल गया। अब पेंशन लेने के लिए वृद्धा को टेंशन हो गई, क्योंकि उसके वोटर आईडी कार्ड पर मुन्नी देवी नाम अंकित था। अपने एपिक कार्ड पर नाम सही कराने के लिए वृद्धा को मोहल्ले वालों ने लुटसान रोड स्थित एक फोटोग्राफर का नाम बता दिया। वृद्धा कथित फोटो ग्राफर के यहां चली गई। वहां फोटो ग्राफर ने सौ रुपये लेकर वृद्धा के वोटर कार्ड पर मुन्नी देवी से नाम बदलकर नन्नी देवी कर दिया। तहसील जाकर इसी नाम से रजिस्ट्रेशन कराने भेज दिया। वृद्धा जब रजिस्ट्रेशन कराने तहसील पहुंची तो वहां मौजूद कर्मचारी ने वोटर कार्ड के नम्बर की सूची निकाली तो बात पकड़ में आ गई। कर्मचारी ने शिकायत रजिस्ट्रार कानूनगो लियाकत अली से की। लियाकत अली ने इसकी गहनता से जांच की और मामला एसडीएम संजय कुमार पांडेय के संज्ञान तक पहुंचाया। फिर क्या था। एसडीएम ने पुलिस टीम लेकर कथित फोटोग्राफर की दुकान पर छापा मारकर दुकान स्वामी और उसकी दुकान पर कार्य कर रहे युवक को हिरासत में ले लिया। पुलिस दुकान स्वामी और युवक को कोतवाली ले आई। जहां एसडीएम ने दुकान स्वामी के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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