निर्मल भारत अभियान, नहीं चढ़ रहा परवान
संवाद सहयोगी, हाथरस : निर्मल यानी स्वच्छ भारत बनाने की केंद्र सरकार की योजना अभी तक परवान चढ़ती न
संवाद सहयोगी, हाथरस : निर्मल यानी स्वच्छ भारत बनाने की केंद्र सरकार की योजना अभी तक परवान चढ़ती नजर नहीं आ रही। दो साल पहले शुरू की गई योजना कागजों में दम तोड़ रही है। इसमें करीब पौने दो लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराने की योजना है।
खुले में शौच की प्रवृत्ति से निजात दिलाने के लिए पांच श्रेणी के परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई निर्मल भारत अभियान की योजना 2012 में लांच की गई थी। इसके लिए अगले दस वर्ष का टारगेट लेकर सर्वे कराया गया। इसमें जिले में 1,79,199 परिवारों को इससे लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रोजेक्ट इंपलीमेंटेशन प्लान अभी तक स्वीकृत नहीं हुआ है। दो वर्ष से एनुअल इंप्लीमेंटेशन प्लान में मामूली से लक्ष्य से काम चलाया जा रहा है। जिससे निर्मल भारत अभियान खटाई में पड़ा हुआ है।
यह है उपलब्धि
वित्तीय वर्ष लक्ष्य शेष
2012-13 6231 नहीं
2013-14 8976 3313
2014-15 6903 धन नहीं
इनको मिलने हैं शौचालय
विकलांग, विधवा महिला, अनुसूचित जाति, भूमिहीन-खेतिहर मजदूर, लघु-सीमांत किसान, समस्त बीपीएल श्रेणी के परिवार।
इनका कहना है
प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटशन प्लान की फीडिंग का 80 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है। शेष कार्य जल्द पूरा कर लिया जाएगा। पूरे प्रदेश में पूरी फीडिंग के बाद इसे भारत सरकार को भेजा जाएगा। तभी इसपर अमल हो पाएगा।
-योगेश सारस्वत, को-आर्डीनेटर जिला स्वच्छता समिति।