188 हेड कांस्टेबल के कंधों पर सजे स्टार
संवाद सहयोगी, हाथरस : अब तक गश्त, हमराही व कार्यालय में मुंशी आदि का कार्य देख रहे हेड कांस्टेबल अपर
संवाद सहयोगी, हाथरस : अब तक गश्त, हमराही व कार्यालय में मुंशी आदि का कार्य देख रहे हेड कांस्टेबल अपराधों की विवेचना कर सकेंगे। विभाग ने इन्हें प्रोन्नत कर एचसीपी बना दिया है। सोमवार को ऑर्डर रिलीज होने के बाद से पुलिस कर्मियों में खुशी की लहर है।
कुछ ही माह पहले कांस्टेबल से हेड कांस्टेबल पद पर प्रोन्नत हुए पुलिस कर्मियों को विभाग ने एक और तोहफा दिया है। एक साल के भीतर ही इन्हें फिर से प्रोन्नत करते हुए हेड कांस्टेबल प्रमोटेड (एचसीपी) किया गया है। मुख्यालय से प्रमोशन के आदेश तो पहले ही आ चुके थे, लेकिन जिला स्तर इसमें ढिलाई बरती गई। आस-पास के जिलों में पहले ही हेड कांस्टेबलों को प्रोन्नत कर दिया गया था। लंबे इंतजार के बाद सोमवार को जिले में एचसीपी पद पर प्रोन्नति के आदेश जारी किए गए। एक-एक कापी सभी थानों को भिजवाई गई। आदेश आते ही पुलिस कर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई। अब तक मुंशी, हमराही का कार्य कर रहे हेड कांस्टेबलों को विभाग में लंबी सेवा का फल मिला। जिले से 188 हेड कांस्टेबल प्रोन्नत हुए हैं, जिनमें से 4 एलआइयू के हैं। प्रोन्नति के साथ ही इनकी वर्दी व अधिकारों में बदलाव आया है। एचसीपी के दायित्व व अधिकार एएसआइ के समकक्ष होंगे। आदेश आते ही पुलिस कर्मी वर्दी तैयार करवाने में जुट गए हैं। कुछ तो पहले से ही तैयारी कर चुके हैं।
अब तक दरोगाओं की कमी से जूझ रहे थानों को इससे काफी राहत मिलेगी। अधिकारों की बात करें तो एचसीपी क्षेत्र देखने के साथ छोटे अपराधों की विवेचनाएं कर सकेंगे, जिनमें जेब कटी, साइकिल, बिजली व पशु चोरी, रेलवे प्लेटफार्म पर चोरी, मारपीट, मोटर यान व भारतीय रेलवे अधिनियम हैं। एचसीपी कंधे पर एक स्टार व फ्लैप पर आधा लाल व आधा नीला रिबन लगा सकेंगे। हर थाने पर एक दर्जन से अधिक एचसीपी होंगे। ऐसे में छोटी विवेचनाओं से पुलिस को काफी राहत मिलेगी, साथ ही रिकार्ड भी सुधर सकेंगे।