बदमाशों ने लूटा, पुलिस ने पीटा
संवाद सहयोगी, हाथरस : सासनी में लूटपाट का शिकार एक व्यक्ति न्याय की आस में पुलिस के पास पहुंचा तो उसे न सिर्फ पीटा गया, बल्कि हवालात में भी डाल दिया गया। पीडि़त ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, डीजीपी, डीआइजी व मानवाधिकार आयोग से करने का मन बनाया है। पीड़ित के हवालात में बंद होने की सूचना पर सुबह परिजन आए तब कहीं जाकर उसे पुलिस के चंगुल से मुक्त किया गया।
गांव ऊतरा निवासी ज्ञान सिंह का 25 वर्षीय पुत्र सिंटू नानऊ रोड पर मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। बुधवार की रात उसके चाचा सत्यदेव अपनी पत्नी सहित आगरा से देर शाम लौटे तो सिंटू की बाइक पर ही सवार होकर गांव जा रहे थे। जैसे ही गांव के निकट पहुंचे, पीछे से चल रही एक बाइक पर सवार तीन लोगों ने सिंटू के साथ पीछे बैठी चाची के कंधे पर लटके बैग को झपट्टा मारकर छीन लिया, जिसमें सोने की एक जंजीर, अंगूठी व पांच हजार रुपये रखे थे। बदमाश बैग छीनकर गांव ऊतरा-मोमनाबाद की ओर भागे। इसकी सूचना सिंटू ने फोन से पुलिस को दी। सूचना पाकर चौकी गोहाना पुलिस गांव ऊतरा पहुंची और सिंटू को अपने साथ कोतवाली ले आई। यहां सिंटू पर झूठी खबर देने का आरोप लगाते हुए उसे हवालात में डाल दिया। फिर रात को लात घूंसों से उसकी पिटाई की। सुबह परिजन कोतवाली आए और सिंटू को पुलिस के चंगुल से छुड़ाकर ले गए। पुलिस की पिटाई से आहत सिंटू ने अपना उपचार सीएचसी में कराया है।
इनका कहना है-
पीड़ित का किसी आदमी से झगड़ा हुआ था। लूट की झूठी सूचना दी थी। उसके आरोप गलत हैं।
-महेंद्र प्रताप सिंह, चौकी इंचार्ज गोहाना।