पेटी डीलरों को अब नहीं मिलेंगे लाइसेंस
जागरण संवाददाता, हाथरस :
ग्रामीण क्षेत्रों में जगह-जगह मिनी डीजल पंप (पेटी डीलरों की दुकान) खुली हैं, जहां पर खूब मिलावटी डीजल की बिक्री हो रही है। अफसरों के ठोस कार्रवाई न करने की शिकायतें शासन तक पहुंच रही है। लिहाजा, शासन ने अब पेटी डीलरों के लाइसेंस रिन्यूवल व नए लाइसेंस जारी न करने का फैसला किया है। सोमवार को प्रशासन व पूर्ति विभाग की ओर से की गई कार्रवाई शासनादेश के बाद ही हुई।
ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की सुविधा के मद्देनजर शासन ने पेटी डीलरों को डीजल बिक्री के लाइसेंस जारी किए थे, ताकि किसानों को ट्रैक्टर से जुताई व इंजन से सिंचाई में कोई समस्या न हो और डीजल के लिए उन्हें दूर न जाना पड़े। अफसोस, पेटी डीलर किसानों की इस मजबूरी का खूब फायदा उठाते हैं। पेटी डीलर किसानों से अधिक कीमत तो वसूलते ही हैं, मिलावटी डीजल बेचकर उनसे धोखाधड़ी भी कर रहे हैं। शिकायतों के बाद भी पेटी डीलरों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। आरोप लगते रहे कि विभागीय साठगांठ से ही यह गोरखधंधा चलता है। शिकायतें शासन स्तर तक पहुंचने लगी। नतीजतन, शासन ने पेटी डीलरों को नए लाइसेंस जारी करने पर तो रोक लगा ही दी है, अब पुराने लाइसेंस भी रिन्यूवल नहीं होंगे। सोमवार को प्रशासन स्तर से की गई कार्रवाई शासन के दिशा-निर्देशों पर ही हुई। जानकारी के मुताबिक जिले में करीब दो दर्जन पेटी डीलर हैं।
सोमवार को एसडीएम सदर व जिला पूर्ति अधिकारी ने मुरसान में दो पेटी डीलरों को अवैध रूप से मिलावटी डीजल बेचते पकड़ा। दोनों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई। प्रशासन की यह कार्रवाई तो मुरसान तक सीमित रही। यदि पूरे जनपद में टीमें बनाकर छापेमारी हो तो दर्जनों अवैध दुकानें संचालित मिलेंगी।
जारी रहेगी छापेमारी
एसडीएम सदर ने शासनादेश का हवाला देते हुए बताया कि अब न तो नए लाइसेंस बनेंगे और न लाइसेंस रिन्यूवल होंगे। बिना लाइसेंस के दुकानें खुली मिलीं तो आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।