जाहिर हो गई प्रधान की दबंगई
संवाद सहयोगी, हाथरस : मुरसान के गांव सैनपुर में फौजी भाइयों की जमीन से होकर ग्राम प्रधान ने चक रोड निकलवा दिया था। इस मामले में मुख्यमंत्री से लेकर डीएम तक शिकायत की गई। इसके बाद गांव पहुंची राजस्व टीम को प्रधान की ऊंची पहुंच के चलते वापस करा दिया गया था, लेकिन दैनिक जागरण ने जब इसका खुलासा किया तो दूसरे दिन ही नायब तहसीलदार के नेतृत्व में टीम ने गांव जाकर चक रोड का नाप किया।
ग्राम सैनपुर निवासी कालीचरन पुत्र विशम्बर दयाल ने मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी व अन्य अधिकारियों को भेजी शिकायत में बताया था कि ग्राम प्रधान ने उनके खेत से होकर चक मार्ग निकाल दिया है। वे तीनों भाई सेना में नौकरी करते हैं। वृद्ध मां-बाप गांव में रहते हैं। इसलिए उनकी जमीन कब्जाने की कोशिश की जा रही है।
अधिकारियों से शिकायत के बाद 21 जुलाई को गांव में राजस्व विभाग की टीम पहुंची थी, लेकिन प्रधान ने अपनी ऊंची पहुंच के चलते टीम को लौटा दिया था। दैनिक जागरण ने 23 जुलाई के अंक में इसका खुलासा किया तो राजस्व विभाग में खलबली मच गई। इसके बाद नायब तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम गांव सैनपुर पहुंची। चक रोड तथा खेत की पैमाइश की तो मौके पर चक रोड छह मीटर का मिला जबकि नक्शा नजरी में मात्र दो मीटर का चकरोड था। प्रधान की दबंगई के चलते किसान कालीचरन के खेत से चार मीटर भूमि को चक रोड में मिला लिया गया था। इस मामले में नायब तहसीलदार का कहना है कि जिलाधिकारी ने पैमाइश के निर्देश दिए थे। पैमाइश कर ली गई है जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। वहीं प्रधान का कहना है उन पर जो आरोप लगाये जा रहे हैं वे झूठे हैं। लेखपाल ने खुद मौके पर रास्ता डलवाया था।