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तीस हजार नए कनेक्शन का मिला लक्ष्य

By Edited By: Published: Thu, 24 Jul 2014 01:17 AM (IST)Updated: Thu, 24 Jul 2014 01:17 AM (IST)

संवाद सहयोगी, हाथरस : बिजली की व्यवस्था पर शासन में बैठे अधिकारियों की सीधी नजर है। बुधवार को जिला मुख्यालय पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अधीक्षण अभियंता सहित एक्सईएन को जरूरी दिशा निर्देश दिए। अब अगस्त तक अधिकारियों को तीस हजार नए कनेक्शन का लक्ष्य दे दिया है।

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राजस्व वसूली न होने और अंधाधुंध बिजली चोरी से शासन स्तर के अधिकारी परेशान हैं। शत प्रतिशत राजस्व वसूली का भारी दबाव है, मगर जिले में बिजली चोरी पर अंकुश नहीं लग रहा। जिले में अभियान चलाकर बारह हजार नए कनेक्शन करने और लोड आदि बढ़वाने के निर्देश दिए गए थे। अभियान चला, लेकिन सात हजार के आसपास ही नए कनेक्शन हो सके। राजस्व भी शत प्रतिशत नहीं वसूला जा सका।

बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चेयरमैन ने हाथरस की व्यवस्था की जानकारी चारों एक्सईएन के अलावा अधीक्षण अभियंता एचएस सत्यार्थी से ली। इसमें नए कनेक्शनों का नया लक्ष्य निर्धारित कर दिया। अब तीस हजार नए कनेक्शन जुलाई और अगस्त तक करने होंगे। बिजली चोरी पर पूरी तरह से लगाम लगाने के निर्देश दिए। राजस्व वसूली शत प्रतिशत करनी होगी। चेयरमैन से निर्देश मिलने के बाद अब जल्द ही अभियान और तेज किया जाएगा।

शाबाशी भी : पूरे दक्षिणाचल विद्युत वितरण निगम में बीस से अधिक जिले आते हैं, लेकिन राजस्व वसूलने में हाथरस का डिवीजन अव्वल रहा। चेयरमैन ने अधीक्षण अभियंता सहित एक्सईएन गुलाब सिंह को इसके लिए शाबाशी दी।

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कनेक्शनों से कम

हुई ओवरलोडिंग

क्रासर-

- जिले में सात हजार नए कनेक्शन किए जा चुके

- बिना कनेक्शन के जमकर कर रहे थे बिजली चोरी

संवाद सहयोगी, हाथरस : जिले में नए विद्युत कनेक्शन होने से अब ओवर लोडिंग की समस्या कम हो गई है। कनेक्शन न होने पर मुफ्त की बिजली लोग जलाते थे, लेकिन अब जरूरत के मुताबिक ही बिजली जलाई जा रही है।

अभियान से पूर्व जिले में तमाम लोग बिजली चोरी कर विभाग को नुकसान पहुंचा रहे थे। जहां विद्युत लाइनें जर्जर थीं, वहां फाल्ट आदि भी अधिक होते थे। अभियान के पहले चरण में अधिकारियों ने मशक्कत कर लोड बढ़ाने पर जोर दिया। करीब सात हजार लोगों को नए कनेक्शन दिए जा चुके हैं। कनेक्शन हो जाने के बाद अब लोगों को बिजली का बिल जमा करना होगा। स्थिति यह है कि लगातार अपने मीटर चेक करते हुए बिजली इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ लोग तो प्रतिदिन यूनिट गिनते रहते हैं। पहले जिन घरों में अंधाधुंध बिजली इस्तेमाल होती थी, वहां कंजूसी शुरू हो गई है। बिजली का दुरुपयोग रुकने से ओवर लोडिंग की समस्या काफी हद तक कम हो गई है। आने वाले दिनों में स्थिति और सुधरने की उम्मीद है।


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