कुदरत के कहर ने ली दो की जान
जागरण टीम, हाथरस : अब तक कई चरणों की बेमौसमी बारिश झेल चुके जनपद पर शुक्रवार की सुबह कुदरत ने खूब कहर ढाया। आंधी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। आकाशीय बिजली गिरने से सैकड़ों बीघा फसल खाक हो गई। इसी दौरान पेड़ टूटकर गिरने व टिन के नीचे दबने से दो युवकों की मौत हो गई।
बदला मौसम : आधी रात के बाद मौसम ने करवट ली। बादल गरजे, बिजली चमकी और आंधी के साथ तेज बारिश होने से सड़कें जलमग्न हो गई। ठंडी हवाएं चलीं तो किसानों के माथे पर पसीना आ गया।
काल बनी टिन : दिनेश (40) पुत्र महावीर सिंह निवासी खेड़ा बरामई ओढ़पुरा के पास भट्ठे पर काम करते थे। शुक्रवार को काम खत्म कर दिनेश टिन लेने के लिए शहर आए। घर पर बनी बाउंड्री पर टिन डालनी थी। टिन खरीदने के बाद दोपहर 12 बजे वे गांव के लिए चल दिए। दिनेश ने टिन टेम्पो पर रख दी और खुद टेम्पो के पीछे खड़े हो गए। मथुरा रोड पर हतीसा से कुछ पहले तेज हवा और बारिश शुरू हो गई। चलते टेम्पो पर हवा से टीन उड़ गई और उनकी छाती पर आकर लगी। इससे दिनेश संतुलन खो बैठे और सड़क पर जा गिरे। दिनेश का सिर सीधे सड़क से टकराया। इससे उन्हें गंभीर चोट आई। पीछे से आ रहे गांव के लोग उन्हें जिला अस्पताल लेकर गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया।
टूटकर गिरा पेड़ : यह हादसा हाथरस जंक्शन पेट्रोल पंप के पास हुआ। धर्मेद्र सिंह (34) पुत्र लालाराम निवासी सितारी हाथरस जंक्शन शुक्रवार की सुबह दिल्ली से अपने गांव लौट रहे थे। बाइक पर उनके साथ संतोष पुत्र गंगाराम निवासी सितारी भी थे। हाथरस जंक्शन पर पेट्रोल डलवाकर बाइक सवार पंप से निकल रहे थे कि खराब मौसम के कारण पेड़ टूट कर उनके ऊपर गिर गया। इस हादसे में धर्मेद्र गंभीर रूप से घायल हो गए तथा संतोष को भी चोट आई। दोनों को जिला अस्पताल लाया गया। रेफर करने के दौरान धर्मेद्र की मौत हो गई। परिजनों ने पीएम नहीं कराया।
आकाशीय बिजली : सादाबाद के नगला बहादुर बेदई निवासी विजय सिंह पुत्र कप्तान सिंह ने अपने गांव के ही सत्यवीर सिंह पुत्र राजेन्द्र सिंह का 9 बीघा खेत बटाई पर लिया था। इस खेत में उन्होंने गेहूं की फसल तैयार की थी। दो दिन पूर्व फसल कटाई करवाकर उसे खेत में ही रखवा दिया था, जिसे थ्रेसर से निकलवाना था। शुक्रवार को तड़के बारिश शुरू होते ही वह परिजनों के साथ खेत पर फसल ढंकने पहुंचे, इसी बीच आकाशीय बिजली सूखी फसल पर पड़ी और आग लग गई। पूरी फसल जलकर राख हो गई।
सहपऊ प्रतिनिधि के अनुसार आकाशीय बिजली गिरने से गांव भुलकारा में महेन्द्र सिंह की भैंस मर गई। वहीं नगला बेनी माजरा दोहई में नरेन्द्र की आठ बीघा फसल राख हो गई। इस दैवीय आपदा की जानकारी तहसील टीम को दे दी है।