मुख्य वन संरक्षक ने मारा छापा, हड़कंप
जागरण संवाददाता, हरदोई : मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंध ने विभागीय अधिकारियों के साथ आरा मशीन एव
जागरण संवाददाता, हरदोई : मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंध ने विभागीय अधिकारियों के साथ आरा मशीन एवं विनियर मशीनों पर छापामारी की। उन्होंने मशीन संचालन के संबंध में लाइसेंस, स्टाक में मौजूद लकड़ी और अन्य अभिलेखों का परीक्षण किया। 5 आरा मशीन, 3 विनियर और 1 प्लाइवुड फैक्ट्री का निरीक्षण किया। संचालकों से कहा कि वह लाइसेंस के अनुसार वैध कार्य करें, अवैध कार्य पाए जाने पर मशीन को सील कर दिया जाएगा और लाइसेंस निरस्त किए जाने की कार्यवाही की जाएगी। छापेमारी के चलते फैक्ट्री कर्मियों में हड़कंप मच गया।
मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंध चैतन्य नारायण मंगलवार को अचानक डीएफओ कार्यालय पहुंचे। डीएफओ अतुल अस्थाना से जिले में संचालित लाइसेंसी आरा मशीन और विनियर मशीनों के संबंध में जानकारी ली और इनके अभिलेखों का परीक्षण किया। मुख्य वन संरक्षक ने इसके बाद टीम के साथ शहर के रेलवेगंज में ओवर ब्रिज के नीचे संचालित आरा मशीनों का एक-एक कर निरीक्षण किया। यहां पर उन्होंने संचालकों से लाइसेंस और अन्य अभिलेखों को प्राप्त कर इनका परीक्षण किया। स्टाक में मौजूद लकड़ी का सत्यापन किया। इसके बाद वह प्रताप नगर चौराहा पहुंचे। यहां पर उन्होंने विनियर और आरा मशीनों का निरीक्षण किया। लाइसेंस, स्टाक रजिस्टर देखा। संडीला रेंज में संचालित आरा मशीनों और विनियर मशीनों का भी निरीक्षण किया। मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि निरीक्षण का उद्देश्य अवैध कारोबार को बंद कराना और मशीन संचालकों को जागरूक किया जाना है। आख्या जल्द ही तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।
हरदोई, कछौना एवं संडीला रेंज कार्यालय का किया निरीक्षण : मुख्य वन संरक्षक संयुक्त वन प्रबंध चैतन्य नारायण ने जिले में औचक रूप से पहुंचने के साथ ही सबसे पहले मुख्यालय पर हरदोई रेंज कार्यालय का निरीक्षण किया। प्रभागीय निदेशक अतुल अस्थाना के साथ रेंज कार्यालय के अभिलेखों का परीक्षण किया। वर्ष 2015-16 में जारी किए गए पेड़ कटान के परमिट और संचालित आरा, विनियर मशीन के संबंध में पूरी जानकारी ली। इसी के साथ उन्होंने कछौना और संडीला रेंज कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय संडीला एसडीओ जीसी त्रिपाठी, रेंजर आरबी ¨सह, रेंजर वीएस सचान, उप रेंजर रत्नेश श्रीवास्तव, फारेस्टर एसपी कुरील, रामपलट कश्यप, गोपाल राय आदि मौजूद रहे।