असमंजस में देवरानी-जेठानी
जागरण संवाददाता, हरदोई : समाजवादी पार्टी के बीच मचे घमासान में वैसे तो जिले में घोषित प्रत्याशी अ
जागरण संवाददाता, हरदोई : समाजवादी पार्टी के बीच मचे घमासान में वैसे तो जिले में घोषित प्रत्याशी अपना-अपना चुनाव प्रचार कर रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा असमंजस में पूर्व सांसद ऊषा वर्मा और सांडी से विधायक राजेश्वरी देवी हैं। शिवपाल यादव की तरफ से घोषित सूची में पूर्व सांसद को सांडी विधानसभा से प्रत्याशी घोषित किया गया था तो विधायक राजेश्वरी देवी को गोपामऊ प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तरफ जारी सूची में ऊषा वर्मा को गोपामऊ और विधायक राजेश्वरी देवी को सांडी से ही प्रत्याशी बनाया गया। अब चुनाव चिह्न निर्धारण हो जाने के बाद जिले की आठ विधानसभा में पूर्व में घोषित सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुट गए हैं तो पूर्व सांसद और विधायक असमंजस में हैं। पूर्व सांसद और विधायक इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से तैयार नहीं हैं।
बिलग्राम में लगी निगाहें : हरदोई : बिलग्राम विधानसभा से पूर्व में सुभाष पाल प्रत्याशी घोषित किए गए थे, लेकिन शिवपाल यादव की तरफ से जारी सूची में सुभाष पाल का टिकट काटते हुए अनीस मंसूरी को प्रत्याशी बनाया था। अनीस मंसूरी चुनाव प्रचार में भी लगे हैं तो दूसरी तरफ पार्टी में मचे घमासान पर सुभाष पाल ने खुद को अखिलेश गुट का प्रत्याशी बताते हुए चुनाव प्रचार शुरू कर दिया था। अब अखिलेश गुट को साइकिल मिली है। दूसरी तरफ अनीस मंसूरी सपा प्रत्याशी हैं अब इस क्षेत्र में साइकिल पर फिर निगाहें लगी हुई हैं।