और कठिन हुआ धान खरीद का लक्ष्य
हरदोई, जागरण संवाददाता : जिले में नोटबंदी का असर धान खरीद पर साफ दिख रहा है। एक माह से क्रय केंद्रों
हरदोई, जागरण संवाददाता : जिले में नोटबंदी का असर धान खरीद पर साफ दिख रहा है। एक माह से क्रय केंद्रों पर जहां सन्नाटा खत्म नहीं हो रहा, वहीं मंडी में भी धान की आवक 29 हजार से घटकर सात हजार क्विंटल रह गई है। खरीद न होने से व्यापारियों व किसानों के साथ ही मंडी के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
जिले में धान खरीद के लिए क्रय केंद्र खोले गए थे, जिन पर एक नवंबर से खरीद शुरू हुई थी। इसके लिए 79,900 मीट्रिक टन खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। क्रय केंद्रों के शुरू होने के बाद से ही सन्नाटा नजर आया। आठ नवंबर को नोटबंदी लागू होने के बाद उसका प्रभाव क्रय केंद्रों पर भी दिखाई दिया, जबकि क्रय केंद्रों पर आरटीजीएस के तहत भुगतान करने की व्यवस्था है। इसके बावजूद क्रय केंद्रों पर खरीद नहीं हो पाई। विभागीय आंकड़ों में अभी तक 3286.95 मीट्रिक टन धान की खरीद हो सकी है। धान की खरीद का असर मंडी में भी दिखाई दिया। नोटबंदी से पहले यहां मंडी में धान की आवक 29,000 क्विंटल तक पहुंच गई थी। नोटबंदी के बाद वह घट कर सात हजार क्विंटल रह गई है। मंडी में आने वाले किसानों को व्यापारी नए नोट नहीं उपलब्ध करा पा रहे हैं, जिससे किसान अपनी उपज नहीं बेच रहे हैं। इसके अलावा पुराने नोटों पर धान की कीमत अधिक दी जा रही है। नई करेंसी पर कम दी जा रही है। धान की आवक कम होने से व्यापारियों को नुकसान हो रहा है, वहीं किसान भी अपनी उपज वाजिब कीमत पर नहीं बेच पा रहे हैं।
ऐसे घटी मंडी की आवक
दिनांक आवक
8 नवंबर 27257
9 नवंबर 29664
30 नवंबर 5911
1 दिसंबर 8442
2 दिसंबर 10220
3 दिसंबर 7912
इस प्रकार हुई खरीद
क्रय एजेंसी : खरीद
खाद्य विभाग 678.70
पीसीएफ 80.60
यूपीएग्रो 46.00
एसएफसी 1495.40
भारतीय खाद्य निगम 1078.72
(आवक व खरीद मीट्रिक टन में)