हंगामे में बेहोश हुई आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां
हरदोई, जागरण संवाददाता: मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रह
हरदोई, जागरण संवाददाता: मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का विरोध प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहा। कार्यकत्रियों ने सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने हंगामा किया। इससे 16 कार्यकत्रियों की हालत खराब हो गई, जिन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले आंगनबाड़ी कार्यकत्री 23 दिन से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। वह शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गईं और नारेबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और कार्यकत्रियों को शांत करने का प्रयास किया लेकिन वह वहां से हटने को तैयार नहीं हुई। इसको लेकर काफी देर हंगामा होता रहा। तेज धूप के कारण प्रदर्शन कर रहीं कार्यकत्री और सहायिकाओं की हालत बिगड़ने लगी, जिससे कई बेहोश हो गई। कार्यकत्रियों के बेहोश होते ही वहां पर हंगामा और तेज हो गया। सिटी मजिस्ट्रेट ने आनन फानन में एंबुलेंस बुलाई और कार्यकत्रियों और सहायिकाओं को जिला अस्पताल भिजवाया। संघ की जिलाध्यक्ष रीता ¨सह ने कहा कि धरनास्थल पर सफाई न होने के कारण उन लोगों को सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय आना पड़ा। उन्होंने कहा कि धरना स्थल पर साफ सफाई कराई जाए और शौचालय को दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक वहां पर सफाई व्यवस्था नहीं होती है वह लोग सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री से मांगों के संबंध में लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता, विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। साबिया, अनुराधा, सुमन ¨सह, विद्या ¨सह, गीता मिश्रा, नीतू ¨सह रहीं। वहीं मल्लावां में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मानदेय बढ़ाने को लेकर जूनियर हाईस्कूल विद्यालय ग्रांउड पर धरना देकर प्रदर्शन किया। एक ओर रसोइया अपना बकाया मानदेय दिलाए जाने को लेकर धरना दे रही थी तो उसी से सटे प्रांगण जूनियर विद्यालय में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भी धरना देकर अपना मानदेय बढ़ाने और सरकारी कर्मचारी होने का पद की मांग को लेकर धरना देकर प्रदर्शन किया।
नहीं मानीं कार्यकत्रियां : धरना स्थल छोड़ सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय के सामने हंगामा करने की जानकारी होने पर कोतवाल परशुराम ¨सह पुलिस बल के साथ पहुंचे और कार्यकत्रियों को वापस धरनास्थल पर जाने को कहा पर कोई उनकी बात मानने को तैयार नहीं हुआ। कार्यकत्रियों और पुलिस कर्मियों के बीच काफी देर तक बहस होती रही।
यह हुई बेहोश : धरनास्थल पर गर्मी व हंगामे के कारण 16 कार्यकत्री व सहायिकाएं बेहोश हो गईं। जिनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें ढोलिया की राजेश्वरी, लालपुर संतोष, बील की सुशीला, उमरौली की मुन्नी देवी, भरखनी की अनीता, स्नेहलता, आजाद नगर की सदाप्यारी, गरीबपुरवा की सोमवती, गुलामऊ की नीता, बदौली की सरोजनी, सिकंदरपुर की गुड्डी आदि शामिल हैं।