बिना पानी के सूख जाते हलक
हरदोई, जागरण संवाददाता : नवीन गल्लामंडी स्थल में आने वाले किसानों व पल्लेदारों को भीषण गर्मी में पेय
हरदोई, जागरण संवाददाता : नवीन गल्लामंडी स्थल में आने वाले किसानों व पल्लेदारों को भीषण गर्मी में पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। मंडी में लगे अधिकतर हैंडपंप खराब हैं। वहीं सांसद निधि से बनने वाले पानी की टंकी अधर में अटकी हुई है। इससे किसानों और पल्लेदारों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है।
नवीन गल्ला मंडी में लगभग दो हजार लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है। नवीन मंडी स्थल में आने वाले किसानों के लिए पेयजल सहित कई व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने का दावा मंडी प्रशासन कर रहा है। किसानों के लिए जहां किसान भवन बना हुआ है, वहीं एक पानी की टंकी बनी हुई है। इसके अलावा कई हैंडपंप लगे हैं ताकि किसान और पल्लेदारों को पेयजल के लिए भटकना न पड़े। मगर हकीकत कुछ और ही है। मंडी में लगे हैंडपंप अधिकतर खराब हैं। उनका प्रयोग नहीं किया जा सकता, वहीं व्यापारी कक्ष के पास बनी पानी की टंकी पर अस्थाई दुकानदारों ने कब्जा कर रखा है, जिससे पानी की टंकी नजर ही नहीं आती है। मंडी परिसर में ओवर हेड टैंक जुड़े नलों में से अधिकतर टोंटियां गायब हैं। इससे उनमें पानी नहीं आता है। इससे यहां आने वाले किसानों और पल्लेदारों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है।
बो¨रग के बाद ठप हुआ काम : मंडी में किसानों के लिए पानी की व्यवस्था लगाने के लिए सांसद अंशुल वर्मा ने सांसद निधि से दो छोटी टंकी बनाने का आश्वासन दिया था, जिस पर मंडी परिसर में दो स्थानों पर बो¨रग भी करा दी गई, मगर इसके बाद काम ठप हो गया। दोनों ही स्थानों पर बो¨रग का पाइप लगा हुआ है। जिसका किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। भीषण गर्मी में अगर समय रहते पानी की टंकी बन जाती तो किसानों को कुछ हद तक राहत मिल जाती। इस संबंध में मंडी सचिव नीलिमा गौतम ने दावा किया कि मंडी में खराब हैंडपंपों को रिबोर कराया जा चुका है। उन्होंने बताया कि टंकी का कार्य भी शुरू हुआ था और जल्द ही वह पूरा हो जाएगा। इसके अलावा मंडी परिसर में विधायक निधि से 10 हैंडपंप लगाने का आश्वासन मिला है, जिससे परिसर में पेयजल की व्यवस्था और सुदृढ़ हो जाएगी।