नदी की धारा बनो और निरंतर बहो : बोस
बेहटागोकुल, संवाद सूत्र: : शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। विद्यालय से सेवा मुक्ति हो जाने के बाद
बेहटागोकुल, संवाद सूत्र: : शिक्षक कभी सेवानिवृत्त नहीं होता। विद्यालय से सेवा मुक्ति हो जाने के बाद भी वह समाज में ज्ञान की गंगा बहा सकता है। समाज में भ्रष्टाचार की समस्या चरम सीमा पर है, लेकिन शिक्षकों को नदी के रूप में बहते हुए पत्थरों के बीच से मार्ग खोजना है।
यह बात ब्लाक संसाधन केंद्र टोडरपुर में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में खंड शिक्षा अधिकारी मनोज कुमार बोस ने कही। उन्होंने कहा कि समस्याओं का हल खोजने वाला सफल शिक्षक कहलाने का हकदार है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने कहा कि शिक्षक अपने कर्तव्य का निर्वहन सही ढंग से करे। समय से स्कूल पहुंच कर बच्चों को जीवनोपयोगी शिक्षा प्रदान करे। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की समस्याओं के लिए शिक्षक संघ सदैव उनके साथ है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जूनियर शिक्षक संघ की अध्यक्ष सुनीता त्यागी ने कहा कि शिक्षक का समाज में एक अलग स्थान होता है इसलिए इस पद की गरिमा बनाए रखनी है। उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी आपके कंधों पर है उसे पूरी कर्तव्य निष्ठा के साथ निभाएं। विकास क्षेत्र टोडरपुर के तहत विभिन्न विद्यालयों से सेवानिवृत्त हुए 10 शिक्षकों को बीईओ और मुख्य अतिथियों ने शाल ओढ़ा कर सम्मानित किया। जूनियर हाईस्कूल की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इसके अलावा पौधरोपण भी बीआरसी परिसर में किया गया। आयोजन में मुख्य भूमिका निभाने वाले प्रशिक्षु शिक्षकों के सहयोग से क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक शिक्षकों को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन मुख्य रूप से अवनीश यादव व उनके साथियों तथा संचालन प्रशिक्षु शिक्षक अखिल कश्यप ने किया। इस मौके पर समस्त एबीआरसी, सतीश गुप्ता, अमित पांडेय, रुपेश अवस्थी, आकाश वर्मा आदि मौजूद रहे।