मां सरस्वती नव उत्थान दो, यही वरदान दो..
हरदोई, जागरण संवाददाता : शनिवार को वसंत पंचमी के मौके पर विविध आयोजन हुए। कहीं श्रीमद्भागवत गीता का
हरदोई, जागरण संवाददाता : शनिवार को वसंत पंचमी के मौके पर विविध आयोजन हुए। कहीं श्रीमद्भागवत गीता का सस्वर पाठ किया गया तो कहीं सरस्वती पूजन कर साहस, शील और सद्बुद्धि की कामना की गई।
देववाणी संस्कृत विकास परिषद के तत्वावधान में लोकमंगल की कामना से श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्यायों का सस्वर पाठ श्रीराम जानकी मंदिर के परिसर में किया गया। परिषद के अध्यक्ष डा. महेंद्र वर्मा मधुप के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में नैमिषारण्य से भी बड़ी संख्या में लोग प्रतिभाग करने पहुंचे। सीएसएन डिग्री कालेज के संस्कृत विभाग के विद्यार्थी भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। डा. देशदीपक शुक्ला, अजीत शुक्ला, मयंक सिंह, विजयभान सिंह, गीता कटियार आदि मौजूद रहीं।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में अशराफ टोला स्थित गायत्री शक्तिपीठ में वसंत पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। गायत्री परिवार की यज्ञ टोली ने हरिहर वत्स सिंह की मौजूदगी में यज्ञ किया। इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि बसंत पंचमी सरस्वती के अवतरण और अर्चन का पर्व है। साथ ही श्रीराम शर्मा आचार्य का अध्यात्मिक जन्म दिवस भी है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि देश की संस्कृति एवं कथाएं वर्णित करती हैं कि ऋषियों ने माता सरस्वती की आराधना कर भारत को जगत गुरु होने का गौरव दिलाया। इस दौरान बसंत कुमार गुप्ता, रमेश सिंह, सुरेश चंद्र त्रिपाठी, भगवत शरण अवस्थी, संजय सिंह आदि मौजूद रहे।
उधर दूसरी ओर सिनेमा चौराहे पर बसंत पंचमी के मौके पर एक भंडारे का आयोजन भी किया गया। भंडारे में उत्साहित श्रद्धालुओं ने राहगीरों को रोक-रोक कर प्रसाद वितरित किया। राहगीरों ने भी श्रद्धालुओं का मन रखने और सरस्वती का प्रसाद पाने में कोई कोताही नहीं दिखाई।