भूमि पर कब्जे को लेकर चली गई जान
हरदोई, जागरण संवाददाता : मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम माहिमपुर में दीपावली की रात हुई युवक की ग
हरदोई, जागरण संवाददाता : मल्लावां कोतवाली क्षेत्र के ग्राम माहिमपुर में दीपावली की रात हुई युवक की गोली मार कर हत्या के मामले में कटरी की भूमि पर कब्जा जमाने की होड़ ही सामने आई है। कटरी की भूमि को कब्जा करने के प्रयास में लगभग एक वर्ष पूर्व दोनों पक्षों के बीच विवाद हो चुका था। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के विरुद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। इस सबसे इतर मारे गए युवक के परिजनों के लिए दीपावली की रात ताउम्र का जख्म दे गई।
माहिमपुर निवासी कमलेश की गोली मार कर हत्या दीपावली की देर शाम कर दी गई थी। उसका शव गांव में ही पातीराम के घर में पड़ा मिला था। मृतक के भाई इंद्रपाल ने गांव के ही पातीराम, धनीराम, छोटे लाल, सिपाही लाल आदि के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। घटना की पृष्ठभूमि में कटरी की उपजाऊ भूमि पर कब्जे की चाहत ही रही। हर साल कटरी के इलाके में नदियां धार बदलती हैं। इसके चलते जो भूमि कट जाती है उस पर कब्जे के लिए मारामारी रहती है। मृतक के भाई इंद्रपाल की मानें तो इसी कटी हुई भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। उन्होंने बताया कि इस बार जब कटान के बाद भूमि निकली तो आरोपियों ने कुछ अधिक भूमि पर कब्जा जमा लिया, जिसका विरोध कमलेश कर रहा था। पिछले कुछ दिनों से विवाद शांत था, लेकिन दीपावली की शाम योजनाबद्ध ढंग से गोली मार कर मौत के घाट उतारे जाने की बात इंद्रपाल ने कही है।
..और पूरी जिंदगी अंधेरी कर गई अमावस की रात : दीपावली की रात अमावस्या होती है। यही रात कमलेश के परिजनों की पूरी जिंदगी काली कर गई। छह भाई बहनों में सबसे बड़ा कमलेश खेतीबाड़ी कर अपना परिवार पालता था। घर में पत्नी नन्हीं के अलावा तीन लड़के और दो लड़कियां कुल पांच बच्चे भी हैं। सबसे बड़ी संतान रेशमा महज आठ साल की है। कमलेश की पत्नी नन्हीं को अब बच्चों के भरण पोषण की चिंता सता रही है। बच्चे भी असमंजस में हैं।
लीपे-पुते आंगन में मौत सा सन्नाटा : दीपावली के चलते कच्चे घर को तालाबी मिट्टी से पोता गया था। कच्चे आंगन को कहीं पड़ोर से तो कहीं गोबर से लीपा गया था। परिजन तो घर में दीपावली की खुशियां मना रहे थे, लेकिन उसी रात हुई घटना ने इन खुशियों पर ग्रहण लगा दिया। हत्या के बाद घर का आंगन सूना पड़ा है।