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मौसमी बीमारियों ने पसारे पांव

By Edited By: Published: Wed, 23 Apr 2014 06:08 PM (IST)Updated: Wed, 23 Apr 2014 06:08 PM (IST)
मौसमी बीमारियों ने पसारे पांव

हरदोई, जागरण संवाददाता : बेमौसम हुई बरसात के खिली चटख धूप में मौसमी बीमारियों ने पांव पसार दिए हैं। बुखार, जुकाम-खांसी और आंख की बीमारी के वायरस ने तेजी से प्रभाव दिखाया है। निजी चिकित्सालयों सहित सरकारी चिकित्सालय में रोगियों की संख्या बढ़ी है। चिकित्सकों का कहना है मौसमी बीमारियों से बचने के लिए लोगों को स्वच्छता अपनानी चाहिए।

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सीजनल बीमारियों के वायरस के प्रभाव से जिले में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोगियों की संख्या बढ़ी है। इन दिनों चिकित्सालयों में आने वाले रोगियों में सामान्य भाषा में कहे जाने वाले बुखार यानी कि वायरल से पीड़ित अधिक निकल रहे हैं। बुखार के साथ ही जुकाम-खांसी और आंख की बीमारियों से पीड़ित रोगी उपचार के लिए आते हैं।

जिला चिकित्सालय में बुधवार को भी रोगियों की संख्या काफी रही। चिकित्सकों ने रोगियों को देखने के साथ ही चिकित्सालय में उपलब्ध दवाओं को लिखा। आंखों लाल होना और खुजली होने के लक्षण भी मौसमी वायरस के प्रभाव से हो रहे हैं। जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डा. अशोक चौरसिया का कहना है कि तेज बुखार के साथ बदन में दर्द, जुकाम होना वायरल के लक्षण हैं। बताया कि सीजनल बीमारियों जैसे वायरल, जुकाम-खांसी और डायरिया से बचाव के लिए लोगों को स्वच्छता अपनानी चाहिए। खान-पान में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। पानी ताजा या उबाल कर प्रयोग किया जाना चाहिए। आंख की बीमारी से बचने के साफ पानी से मुंह को दिन में कई बार धुलते रहना चाहिए। खासकर सफर आदि में तो यह बहुत आवश्यक है।

डा. चौरसिया का कहना है कि बरसात और गंदे पानी के कीटाणु रोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। डायरिया से बचने के लिए बाहरी खाने से बचना चाहिए।


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