गौरव त्यागी प्रकरण : परिजन ने डीजीपी से लगाई न्याय की गुहार
18 एचपीआर 17 -उच्चाधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला -स्थानीय पुलिस पर लगाया हत्
18 एचपीआर 17
-उच्चाधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
-स्थानीय पुलिस पर लगाया हत्यारों से साठगांठ का आरोप
जागरण संवाददाता, पिलखुवा
मुरादनगर के दुहाई गांव निवासी गौरव त्यागी की मौत का प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को पीड़ित परिवार ने लखनऊ में पुलिस महानिदेशक की चौखट पर न्याय की गुहार लगाई। पीड़ित परिवार का कहना है कि पिलखुवा पुलिस की आरोपियों से साठगांठ है। इस कारण वह हत्या के मामले को हादसा बनाने में जुटी है। पीड़ित परिवार ने डीजीपी से मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने और लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि गौरव त्यागी मौत प्रकरण प्रदेश की राजधानी तक पहुंच गया है। मृतक के परिजन इस मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए राज्यमंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को मृतक की बहन मनीषा त्यागी, अति पिछड़ा एवं दलित विकास महासभा की प्रदेश अध्यक्ष मंजू कश्यप के साथ लखनऊ में पुलिस महानिदेशक से मिलीं। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को रिपोर्ट दर्ज कराने संबंधी शिकायत पत्र दिया। महासभा की प्रदेश अध्यक्ष मंजू कश्यप की मानें तो डीजीपी ने मामले में पुलिस उपमहानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच कर रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अभी तक आदेश की प्रतिलिपि नहीं मिली है।
गौरतलब है कि छह अगस्त को निजामपुर गांव के पास रेलवे ट्रैक पर गौरव त्यागी का शव मिला था। पुलिस ने युवक की रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत होना बताकर मामला रफा-दफा कर दिया था। जबकि मृतक के पिता और भाई तभी से गौरव की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंकने का आरोप लगाते हुए पुलिस से हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
मामले की जांच कराई जा रही है। मृतक के पिता और ससुराल पक्ष के लोगों को बुलाने के लिए थाना प्रभारी निरीक्षक को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही असलियत सामने आ जाएगी। --डा. अजय कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, पिलखुवा