शिक्षामित्रों का धरना दूसरे दिन भी जारी
जागरण संवाददाता, हापुड़ जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों ने मानदेय में व
जागरण संवाददाता, हापुड़
जनपद के परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षा मित्रों ने मानदेय में वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर शुक्रवार को भी बीएसए कार्यालय के समक्ष धरना जारी रखा। इस दौरान मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जल्दी उनकी मांगों को पूरा कराने की मांग की गई।
आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित धरने में शिक्षामित्रों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष संजय कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षा मित्रों से 17 साल से शिक्षण कार्य कराया गया, लेकिन अब तक उनका मानदेय मात्र 35 सौ रुपये हैं। इस मंहगाई के दौर में इतने कम मानदेय में परिवार का लालन पालन कर पाना संभव नहीं है। अनेक शिक्षामित्रों की आयु निकल चुकी है और वे अन्य किसी रोजगार के लायक नहीं रह गए हैं। उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए उनके साथ न्याय किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो उनका आंदोलन चलता रहेगा। उन्होंने समान काम, समान वेतन दिलाए जाने की मांग की। संचालन करते हुए दिवाकर ¨सह ने कहा कि सरकार को शिक्षामित्रों की सभी मांगों पर सरकार शीघ्र निर्णय ले ताकि उन्हें आर्थिक समस्याओं से नहीं जूझना पड़े। इस अवसर पर सैंसरपाल ¨सह, मनोज राठौर, तनवीर अहमद खान, दिनेश कुमार, सुनील कुमार, शिव कुमार शर्मा, सीमा ठाकुर, सीमा चौधरी, प्रेमपाल, कृष्ण कुमार, अर¨वद यादव आदि ?उपस्थित रहे।
-समर्थन दिया
अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग कल्याण समिति के महीपाल ¨सह आर्य राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में शिक्षामित्रों के आंदोलन को समर्थन दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में शिक्षामित्रों को अध्यापक पद पर समायोजित करने के लिए संवैधानिक व्यवस्था किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षामित्रों के बारे में जल्द विचार न किया गया तो उन्हें भी शांतिपूर्ण धरना देना होगा।