शहर में 15 मांस की दुकानों पर चला पुलिस का डंडा
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिले में शुक्रवार को खाद्य विभाग, पालिका व पु
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद जिले में शुक्रवार को खाद्य विभाग, पालिका व पुलिस की संयुक्त टीम ने मांस की दुकानों में छापा मार कर शहर के अंदर बिना लाइसेंस के संचालित दुकानों को बंद करा दिया। इस दौरान टीम व दुकानदारों के बीच नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दुकानदारों ने दुकानों में ताले डाल दिए।
बूचड़खाने व मांस बिक्री में नियम-कानून का कोई मतलब नहीं रहा। ग्रामीण क्षेत्रों की बात छोड़ें शहर व कस्बों में बिना लाइसेंस के ही धड़ल्ले से खुलेआम मांस की बिक्री हो रहा था। नगर पंचायतों को यह तक नहीं मालूम की लाइसेंस देने की प्रक्रिया क्या है। वह लोग यह कहते है कि लाइसेंस कभी बना ही नहीं। बस इतना देख लिया जाता है कि स्कूल व धार्मिक स्थलों के आसपास तो मांस की दुकान नहीं है। आंकड़ों की बात की जाए तो जिले में नगर पालिका व जिला पंचायत की ओर से एक भी दुकानदार को मांस बिक्री का लाइसेंस नहीं दिया गया। हकीकत यह है कि जिले में करीब 200 से अधिक मांस की दुकाने संचालित है। शुक्रवार को मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद शर्मा, नगर पालिका ईओ बीपी ¨सह व सदर कोतवाल प्रमेंद्र ¨सह ने छापेमारी शहर में संचालित 15 मांस की दुकानों को बंद कराया। इस दौरान दुकानदार व टीम के बीच नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दुकानदारों ने दुकानों को बंद कर दिया।
''मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शहर में छापेमारी कर मांस की 15 अवैध दुकानों को बंद करा कर दुकानदारों को चेतावनी दे दी गई है अगर उन्होंने दोबारा दुकानें खोली तो मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया जाएगा।''
- बीपी ¨सह, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका हमीरपुर।