मनरेगा बनाएगा चारागाह व खेल का मैदान
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : शासन सत्ता बदलते ही योजनाओं से होने वाले कार्यों का प्रारूप भी बदलने लगा।
जागरण संवाददाता, हमीरपुर : शासन सत्ता बदलते ही योजनाओं से होने वाले कार्यों का प्रारूप भी बदलने लगा। अभी तक प्रधान से लेकर अधिकारियों ने मनरेगा से काम तो खूब कराए गए, लेकिन एक बरसात भी नहीं झेल सके और संस्थाओं ने वर्षा में काम के बह जाने का हवाला देकर अपने आप को सुरक्षित कर लिया। अब ऐसा नहीं होगा। मनरेगा से काम होंगे और दिखेंगे भी। जिसके क्रियान्वयन के लिए ग्राम स्तर से लेकर जिलास्तर तक के अधिकारियों के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
मनरेगा से गांवों में चारगाह, बर्मी कंपोस्ट और बच्चों को खेलने के लिए खेल के मैदान तैयार किए जाएंगे। उक्त निर्देश जिलाधिकारी विशाख अय्यर ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित खंड विकास अधिकारियों व ग्राम विकास अधिकारियों तथा ग्राम पंचायत सचिवों सहित तकनीकी सहायकों आदि की कार्यशाला में दिए। डीएम ने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत चकरोड, तालाबों आदि के मिट्टी के काम कराए गए। जो वर्षा आदि के होने से वर्ष भर के अंदर विलुप्त हो गए। जिससे समाज में भ्रष्टाचार के होने की शंका है। अन्ना प्रथा को रोकने के लिए गांवों में चारागाह की भूमि में चारा उत्पादन के लिए योजना बनाई जाए। इस काम में पशु पालन कृषि तकनीकी सहायकों का सहयोग लिया जाए। जिससे गांवों में अन्ना घूम रहे जानवरों के लिए गर्मी में भी खाने के लिए चारा की मात्रा पर्याप्त हो सके। गांवों में खेल के मैदान होने से गांव के युवाओं की प्रतिभा निकलकर आएगी। सचिवों से कहा गया है कि मनरेगा से काम के लिए कार्ययोजना तत्काल बनाई जाएं। डीएम ने सभी खंड विकास अधिकारियों से कहा कि मनरेगा में काम करने वाले सभी मजदूरों के आधार कार्ड बने होने चाहिए। सीडीओ ने कहा कि ग्राम सभा की बैठकें पंचायत भवन की मरम्मत कराकर तय समय के साथ भवन में ही की जाएं। बैठक में सीडीओ अवधेश बहादुर ¨सह, उपायुक्त मनरेगा महेंद्र देव, एनआरएलएम ज्ञानेश्वर तिवारी, पीडी केशरवानी आदि मौजूद रहे।