बाढ़ के रास्ते गांवों में घुसी बीमारियां
हमीरपुर जागरण संवाददाता: बाढ़ से तो अब राहत मिल रही है लेकिन बीमारियों ने लोगों के अंदर जो दहशत भर ग
हमीरपुर जागरण संवाददाता: बाढ़ से तो अब राहत मिल रही है लेकिन बीमारियों ने लोगों के अंदर जो दहशत भर गई है वह दूर होती नहीं दिख रही है। हर घर में लोग बीमार हैं। अस्पताल से लेकर गांव की चौपाल तक बीमारी की वजह से लोग अभी भी स्वास्थ विभाग की ओर देख रहे हैं। जिले में उचित व्यवस्था न होने के कारण मजबूरी में बहुत से गंभीर रोगियों को डाक्टर कानपुर रेफर कर दे रहे हैं। यही हालात रहे तो बीमारियां और तेजी के साथ पैर पसार सकती हैं। चौबीस घंटे के अंदर बीमारी की चपेट में आकर दो लोगों की जान भी जा चुकी है।
शहर से जुड़े गांव डिग्गी, मेरापुर, शंकरीपीपर, बेतवा घाट, भिलावां में बाढ़ का पानी तो कम हुआ है लेकिन यहां सबसे बड़ा संकट आ गया है मच्छर और कीटों का। यह जानलेवा बनते जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल है सुमेरपुर कस्बा और उससे जुड़े गांवों का। यहां पिछले दिनों कड़ोरन नाले में आई बाढ़ का पानी धनपुरा के कल्ला, खडे़हीजार में घुस गया था। धनपुरा पूरी तरह से जल मग्न हो गया था। बाढ़ कम होने के बाद गंदगी कीचड़ भर गया है। बुखार के पैर पसारने से पूरा गांव ग्रसित है। धनपुरा खड़ेही जार कल्ला में सैकड़ों लोग बुखार की चपेट में हैं। सुमेरपुर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की कमान सुमेरपुर के चिकित्सा अधिकारी के हाथ में है। इन्ही के निर्देश पर ब्लाक की सभी सीएचसी एवं पीएचसी संचालित है। सुमेरपुर के चिकित्सा अधिकारी डाक्टर अमित सिंह ने बताया कि धनपुरा गांव में बुखार से हुई मौतों के बारे में उनको जानकारी नही है। चिकन गुनिया बुखार फैलने के लक्षण को स्वीकार किया है। कहा कि जो लोग अस्पताल आ रहे है उनका समुचित उपचार किया जा रहा है। धनपुरा गांव में बुखार से शिवम्, अच्छेलाल, रणधीर, सुधा, कल्लू, संगीता, भूरा, राम सिंह, कुसमा, बल्लू आदि बुखार की चपेट में हैं। गांव खडेही जार में रामपाल यादव, दाऊ द्विवेदी, जगमोहन यादव, रामलखन यादव, गौरीशंकर, गंगा कुशवाहा, कमल प्रजापति, रामनरायन, श्याम बाबू द्विवेदी हर गोविन्द्र बाल्मीकि, शिवकुमार बुखार से ग्रसित हैं।