डायरिया फैला, आधा दर्जन लोग भर्ती
भरुआसुमेरपुर, (हमीरपुर) संवाद सहयोगी : आसमान से बरस रही आग और बनते बिगड़ते मौसम के विपरीत प्रभाव से ड
भरुआसुमेरपुर, (हमीरपुर) संवाद सहयोगी : आसमान से बरस रही आग और बनते बिगड़ते मौसम के विपरीत प्रभाव से डायरिया ने दस्तक दे दिया है। बीती रात आधा दर्जन डायरिया से ग्रसित मरीजों को पीएचसी में भर्ती कराये गये है। डाक्टरों के अनुसार वर्तमान में पेट दर्द, उल्टी, दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ी है।
कस्बे के पैलानी मार्ग निवासी सोमा 29 पत्नी जयसिंह को डायरिया से ग्रसित होने पर पीएचसी में भर्ती कराया गया। इसी तरह चांद थोक निवासी शालिनी 13, ईदगाह निवासी मेहर निशा पत्नी रमजान सहित आधा दर्जन को डायरिया से ग्रसित होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राथमिक चिकित्सक डा.पी कादरी, डा.अमित वर्मा, डा.रवि शर्मा, फार्मेसिस्ट अंकित सचान, अमित सचान आदि ने बताया कि अचानक पेट दर्द, उल्टी, दस्त के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। अस्पताल में चार मरीजों के ही भर्ती होने का इंतजाम है। इसलिए हम मजबूरी में गंभीर मरीजों को ही यहां भर्ती करते हैं। बाकी लोगों का घंटे, दो घंटे में उपचार के बाद छुट्टी कर दी जाती है।
वर्ष 2006 में कस्बे के तपोभूमि के पास नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू हुआ था। अस्पताल कैंपस में डाक्टरों के साथ फार्मेसिस्ट अपना आशियाना बनाए हैं। टंकी पाईप लाईन आवासों तक टूटी पड़ी हैं। इससे गंदा पानी आपूर्ति होता है जो पीने लायक नहीं है। अस्पताल में लगा हैंडपंप खारा पानी एवं प्रदूषित पानी देता है। इससे यह पीने योग्य नहीं है। अस्पातल के वाटर फ्रीजर खराब पड़ा है। भर्ती वार्ड से कूलर गायब है। पंखे खराबा हैं। जिससे मरीजों को गर्मी से ही जूझकर इलाज कराने को मजबूर होना पड़ता है। पानी की गंभीर समस्या होने से कैंपस के निवासियों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है। वहीं मरीजों व तीमारदारों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है।
अस्पताल के चीफ फार्मेसिस्ट अंकित सचान ने बताया कि वह पेयजल की गंभीर समस्या से अस्पताल के प्रभारी को कई बार अवगत करा चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी व्यवस्था ठीक नहीं हो सकी है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा.आशुतोष मिश्रा ने बताया कि बजट के अभाव में मरम्मत का कार्य नहीं हो सका हे। अस्पताल में पेयजल की समस्या है।