झूठी गिरफ्तारी दिखाने से वकीलों में रोष
मौदहा, संवाद सहयोगी : तहसील मौदहा में अधिवक्ता संघ की बैठक हुई। इसमें पिछले दिनों उपजिलाधिकारी व पुल
मौदहा, संवाद सहयोगी : तहसील मौदहा में अधिवक्ता संघ की बैठक हुई। इसमें पिछले दिनों उपजिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वारा अनशन तुड़वाने को लेकर वकीलों का आरोप है कि इस प्रकरण में उनके साथ छल किया गया है। इसलिए उपजिलाधिकारी के स्थानांतरण तक अधिवक्तागण परगनाधिकारी के न्यायालय के संपूर्ण न्यायिक कार्यो से विरत रहेंगे।
मौदहा तहसील के अधिवक्ता बुद्धिराज के पिटाई प्रकरण को लेकर अधिवक्ता क्रमिक अनशन और आमरण अनशन में उतर आए थे। इसको लेकर उनकी मांग थी कि अधिवक्ता की पिटाई करने वाले अभियुक्तों को पुलिस जब तक गिरफ्तार नहीं करती तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा। आमरण अनशन पर बैठे बुद्धिराज कुशवाहा की दो बार हालत चिंताजनक हुई थी। जिसपर सीएचसी मौदहा में उनको भर्ती कराया गया था। हालत बिगड़ते देख प्रशासन ने अधिवक्ताओं को मनाने का वार्ता का दौर शुरु करते हुए छह अक्टूबर को एक समझौता के तहत एक अभियुक्त की गिरफ्तारी दिखाते हुए आमरण अनशन समाप्त कराया था। अनशन समाप्त करते वक्त दोनों पक्षों में बड़ी प्रसन्नता दिखाई दे रही थी। जहां उपजिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रसन्न दिखाई दे रहे थे। वहीं अधिवक्ताओं ने पिछले गिला शिकवा दूर करते हुए उन्हें फूल मालाओं से लादकर उनका आभार व्यक्त किया था। लेकिन सोमवार को वकीलों ने एक मीटिंग कर जानकारी दी कि उस प्रकरण में हमारी एक भी मांग पूरी नहीं की गई। अधिवक्ता संघ ने आक्रोश व्यक्त करते हुए बैठक में तय किया कि उपजिलाधिकारी किशोर गुप्ता व कोतवाली हवलदार सिंह के स्थानांतरण तक सभी अधिवक्ता परगनाधिकारी के न्यायालय में न्यायिक कार्यो से विरत रहेंगे।