फुटपाथ पर कब्जा, जिम्मेदार बेपरवाह
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: शहर में फिलहाल बेतहासा अतिक्रमण फैला है। इसे साफ करने की सारी कोशिशें बेका
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: शहर में फिलहाल बेतहासा अतिक्रमण फैला है। इसे साफ करने की सारी कोशिशें बेकार हो चुकी हैं। कुल मिलाकर जो सुधार करने वाले थे वही सारा काम बिगाड़ रहे हैं। कई बार पालिका प्रशासन ने कोशिश की लेकिन कुछ सही नहीं हो सका। मुख्यालय की प्रमुख सड़क पर आए दिन जाम की मुख्य वजह फुटपाथ का अतिक्रमण ही रहता है।
शहर में सुभाष बाजार, लक्ष्मीबाई तिराहा, पुलिस लाइन के पास फुटपाथ के किनारे लोग अवैध तरीके से कब्जा किए हैं। यहां लोगों का पैदल चलना किसी खतरे से कम नही है। लक्ष्मीबाई तिराहे के पास तो सड़क भी काफी सकरी है। उस पर भी यदि कोई वाहन मोड़ पर मुड़ना चाहे तो उसके लिए जगह ही नहीं बचती। यहां से बस सहित अन्य वाहनों का भी आना जाना रात दिन चालू रहता है। यहां साधन का इंतजार करने वाले यात्रियों को बैठने के लिए भी स्थान नहीं रहता। मजबूरी में यात्री सड़क पर ही अपना लगेज रखकर सवारी का इंतजार करते हैं। अवैध कब्जा जमाए दुकानदार लोगों को दुकान के सामने रुकने नहीं देते। जबकि दुकानें फुटपाथ पर ही सजी हैं फिर भी लोग वहां रुक नहीं पाते। छोटे-छोटे बच्चे और महिलाएं इधर-उधर भटका करते हैं। एक बार पालिका और प्रशासन ने इन अवैध कब्जों में से कुछ को उखाड़ फेंका था। कुछ दिन बाद लोगों ने फिर से फुटपाथों पर कब्जा कर लिया है।
''शहर की प्रमुख सड़कें अवैध कब्जों की वजह से खराब हो गई हैं। रोड के किनारे तक दुकानें सजा कर दुकानदार आम जनता की मुसीबतें और बढ़ा रहे हैं। '' रामबली।
''सड़क वाहनों की भीड़ रहती है, पैदल चलने वाले फुटपाथ पर चल नहीं सकते, अब समस्या है कि आखिर आम जनता चले तो कहां से, इस संबंध में लोग कुछ सोचने को तैयार नहीं हैं।'' बालेन्द्र सिंह।
''फुटपाथ खाली न होने की सजा आम जनता भुगत रही है। लोग सड़क पर चलते हुए खतरा मोल लेते हैं। यदि यह समस्या हल हो जाए तो लोगों को ही नहीं दुकानदारों को भी सुविधा हो जाए।'' सत्यम।
''दुकानदार और प्रशासन के साथ समाज सेवी लोगों को भी फुटपाथ खाली कराने की सोचना चाहिए। फुटपाथ तो सबकी जरूरत है, सभी इससे गुजरते है।'' मलखान।