भारी न पड़ जाए प्रशासन पर अधूरी तैयारी
हमीरपुर जागरण संवाददाता: नवरात्र पर प्रशासन ने अपनी सारी ताकत डीजे आदि को रोकने में तो लगा दी लेकिन
हमीरपुर जागरण संवाददाता: नवरात्र पर प्रशासन ने अपनी सारी ताकत डीजे आदि को रोकने में तो लगा दी लेकिन भक्तों सुविधाएं देने के नाम पर अभी भी चुप्पी साधे हैं। कहीं यह चुप्पी पिछली शारदीय नवरात्र की तरह भारी न पड़ जाए। पिछले नवरात्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान तैयारियों को लेकर ही पुलिस और भक्तों में टकराव हो गया था। इस बार भी हालात कुछ ऐसे ही दिख रहे हैं।
शहर में नवरात्र के मौके पर डीजे आदि पर प्रशासन ने सख्ती के साथ रोक लगा रखी है। इसे लेकर भक्तों में गुस्सा दिख रहा है। व्यापारियों का कहना है कि यह वह मौका होता जब हम देवी मां की नौ दिन आराधना करने के बाद उनका विसर्जन करते हैं। पिछले कुछ समय से प्रशासन ने हम लोगों पर पूरी तरह से बंधन सा डाल दिया है। पिछले दिनों कोतवाली में शांति कमेटी की बैठक के दौरान मूर्तियों के विसर्जन के लिए स्थान तय करते हुए कोतवाल ने कहा था कि इस बार डीजे नहीं बजेगा। साथ ही मूर्तियों का विसर्जन बेतवा नदी के किनारे शंकरीपीपर के पास होना है। देवी भक्त इस पर राजी भी हो गए हैं, लेकिन वहां गढ्डे आदि की खोदाई तथा पानी की व्यवस्था को लेकर देवी भक्तों को अभी भी शंका बनी हुई है। इन्हीं कमियों की वजह से पिछले नवरात्र में मूर्ति विसर्जन के दौरान रास्ते में पुलिस से भक्तों की झड़प हुई थी। पुलिस की ओर से देवी भक्तों को धकियाने के साथ उन पर लाठियां भी पटकी गई थीं। कुछ देवी प्रतिमाएं भी भूमि पर गिर गई थीं। इस बार भी अभी तक प्रशासन ने पिछली समस्याओं को लेकर कुछ सबक नहीं लिया है।