बेरहम हुई सर्दी, तीन की सांसें थमीं
हमीरपुर जागरण संवाददाता: सर्दी अब बेरहम होने लगी है। सोमवार को सर्दी लगने से तीन लोगों की जान चली गई
हमीरपुर जागरण संवाददाता: सर्दी अब बेरहम होने लगी है। सोमवार को सर्दी लगने से तीन लोगों की जान चली गई। वहीं घने कोहरे की वजह से कई ट्रेनें घंटों लेट रहीं। सुबह काफी देर तक घना कोहरा छाया रहा।
72 वर्षीय शांति देवी निवासी कस्बा मौदहा को रात के समय सर्दी लग गई। परिजन उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। मौदहा क्षेत्र के ही राधे कोरी (55) निवासी रोहड़ी पिपरौंदा तिवारी के नलकूप पर चौकीदारी करता था। वहां रात के समय उसे सर्दी लग गई, उसे अस्पताल इलाज के लिए ले जाया जा रहा था तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। सुमेरपुर के विलहरी गांव निवासी मथुरा प्रजापति (62) रविवार रात खेत से घर लौटे। इसके कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। परिजन ठंड से मौत होने की बात कह रहे हैं। मौदहा अस्पताल में करीब पांच लोग सर्दी की वजह से बीमार हैं, इनका इलाज चल रहा है। भीषण कोहरे के कारण सोमवार सुबह से सभी ट्रेनें कई घंटे विलंब से आई। जिसके चलते यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
रविवार शाम से शुरु भीषण कोहरे का प्रकोप सोमवार सुबह तक नजर आया। रात में भीषण कोहरे के कारण ट्रेनें सुबह कई घंटें देरी से आई। स्टेशन मास्टर ने बताया कि कोहरे के कारण जबलपुर से लखनऊ जाने वाली ट्रेन चित्रकूट एक्सप्रेस करीब साढ़े तीन घंटे देरी से आई। जिसके चलते हमीरपुर रोड, बरीपाल, घाटमपुर, पतारा, कानपुर, उन्नाव, लखनऊ आने वाले यात्रियों को सुबह पांच बजे से पौने नौ बजे तक स्टेशन में ठिठुरकर समय व्यतीत करना पड़ा है। इसी तरह खजुराहो से कानपुर जाने वाली पैंसेजर ट्रेन करीब पौने दो घंटे की देरी से आई। वहीं दुर्ग से कानपुर जाने वाली दुर्ग एक्सप्रेस दिन के 11 बजे के बजाए दिन में दो बजे के बाद के बाद पहुंची। कानपुर से चलकर चित्रकूट जाने वाली इंटर सिटी एक्सप्रेस एक घंटे विलंब से आई। जबकि समाचार भेजे जाने तक सुबह सात बजकर दस मिनट पर कानपुर से चलने वाली कानपुर-मानिकपुर पैसेंजर ट्रेन समाचार भेजे जाने तक नहीं आई थी। जिसके चलते यमुना साउथ बैंक स्टेशन तथा इंगोहटा रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों को बैरंग लौटना पड़ा।