चुनाव 'निपटा' तो बिजली 'निपटी'
हमीरपुर, जागरण संवाददाता: मंत्री जी ने जिला क्या छोड़ा साथ में बिजली भी लखनऊ लेते गए। सदर विधानसभा सीट के लिए चुनाव के चलते करीब एक माह तक सपा के मंत्रियों का डेरा शहर में लगा होने तक लोगों को खूब बिजली मिलती रही। लोग यह भूल गए थे कि बिजली के जाने का समय क्या है। लोगों को रात और दिन विद्युत आपूर्ति चालू रहने से खूब सुकून मिलता था। जबकि मंगलवार को हुई मतगणना के खत्म होने के बाद से ही रात में बिजली की नौटंकी फिर पुराने ढर्रे पर आ गई है। करीब दस घंटे बिजली आपूर्ति गायब रही, जिसके चलते लोग उमसभरी गर्मी में परेशान दिखे।
सदर विधानसभा सीट का उपचुनाव का जैसे ही बिगुल बजा था तो सबसे आराम शहरवासियों को मिला। रात और दिन गर्मी से परेशान रहने वालें लोगों को बिजली आपूर्ति बढि़या से मिल रही थी। उसका कारण था कि सपा के आधा दर्जन मंत्रियों का डेरा शहर में था। साथ ही उपचुनाव के प्रभारी मंत्री बनाए गए प्रदेश के खनिज मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापित तो 24 घंटे जिले में डेरा डाले हुए थे। नामांकन के बाद से वह जिले में ही जमे रहे। उनके रहने का असर यह रहा कि बिजली विभाग आपूर्ति काटना ही भूल गया था। कहां कुछ ही घंटे मिलने वाली बिजली आपूर्ति जाने का नाम नहीं लेती थी। लेकिन 16 मई को चुनाव के नतीजे आने के बाद जैसे ही सपा के इन मंत्रियों का तंबू जिले से उखड़ा तो बिजली भी लगता है उनके साथ ही चली गई। क्योंकि 16 सितंबर की रात को करीब तीन घंटे आपूर्ति गायब रही। इसके बाद सत्रह सितंबर को नौ बजे दिन में आपूर्ति आने के बाद 12 बजे गुल हो गई। जबकि इसके पहले सुबह आठ से पूरा दिन आपूर्ति आती थी तथा रातभर बिजली चुनाव भर गई ही नहीं। लेकिन लगता है चुनाव समाप्त होते ही बिजली ने शहरवासियों को अपना पुराना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। बता दें कि चुनाव से मतगणना तक बिजली ने जितना लोगों को आराम दिया, चुनाव समाप्त होते ही सुख चैन छीन लिया।
क्या बोले जवाबदेह
''बिजली लखनऊ से ही काटी गई है, वैसे रोस्टर 22 घंटे आपूर्ति का है, रात दस बजे से बारह बजे तक कटौती का रोस्टर तीस सितंबर तक के लिए है।'' -तरनवीर सिंह, एक्सईएन बिजली विभाग।