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    प्रधानमंत्री की रैलीः पूर्वांचल की उम्मीदों को मिलेगी बुनियाद

    By Nawal MishraEdited By:
    Updated: Thu, 21 Jul 2016 08:59 PM (IST)

    उम्मीदः पूर्वी उत्तर प्रदेश की जो समस्या 25 वर्ष से सियासी मुद्दा बनकर हर चुनाव में हाजिर रहती थी, उस पर पीएम नरेंद्र मोदी कल विराम लगा देंगे।

    गोरखपुर (आनन्द राय)। गोरखपुर में प्रधानमंत्री मोदी की रैली से भाजपा में ऊर्जा आयेगी और पूर्वांचल में उसकी उम्मीदों को नई बुनियाद मिलेगी। दरअसल, 25 वर्ष से अधिक समय से पूर्वी उत्तर प्रदेश की जो समस्या सियासी मुद्दा बनकर हर चुनाव में हाजिर रहती थी, उस पर मोदी विराम लगा देंगे।

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    मोदी शुक्रवार को रैली को संबोधित करने से पहले फर्टिलाइजर कारखाना और एम्स की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री की ओर से यह ऐसा तोहफा है जिसके इंतजार में पूर्वांचल की जनता दशकों से सत्ता प्रतिष्ठानों की ओर निहार रही थी। 1970 के दशक से इंसेफ्लाइटिस का दंश झेल रहे यहां के बचपन और 1991 में फर्टिलाइजर कारखाना बंद होने के बाद बढ़ती बेरोजगारी ने आमजन के मन में सियासत के प्रति क्षोभ पैदा किया है। कभी प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने कारखाना चलाने की उम्मीद जगायी तो कभी मनमोहन सिंह ने घोषणा की लेकिन पूर्वांचल के लिए यह शब्दों की जुगाली से ज्यादा कुछ नहीं था। एनडीए की पिछली सरकार में भी इसके लिए पहल हुई लेकिन मुकाम नहीं मिला। स्थानीय नेताओं ने अपनी सामथ्र्य भर खूब कोशिश की लेकिन उनकी आवाज दबकर रह गयी। अब क्षेत्रीय सांसद व गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ की कोशिशें कारगर रहीं।

    निस्संदेह मोदी ने पूर्वांचल की आरजू का मान रखा है और उनके द्वारा एम्स और फर्टिलाइजर की नींव की ईंट रखते ही उम्मीदों को भी बुनियाद मिल जाएगी। पूर्वांचल में यह उत्साहित भाजपा महसूस कर रही है। रैली का जायजा लेने पहुंचे भाजपा प्रदेश प्रभारी ओमप्रकाश माथुर और प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का कहना था कि प्रधानमंत्री यहां विकास के द्वार खोल रहे हैं।

    गोरखपुर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, बलिया, मऊ, आजमगढ़, संतकबीरनगर, बस्ती और सिद्धार्थनगर जिले को लेकर भाजपा गोरखपुर क्षेत्र की कुल 11 इकाइयां हैं। 62 विधानसभा क्षेत्र और 13 लोकसभा सीटों वाले इस इलाके में कभी बाढ़ की विभीषिका तो कभी महामारी तो कभी सूखे की मार पड़ती रही है। सरयू, राप्ती, रोहिन, कुआनों, नारायणी, तमसा जैसी कई छोटी-बड़ी नदियों के घेरे में बसे इस अंचल में आजादी के बाद से ही विकास की लौ मद्धम रही। गन्ने की खेती कर अपनी तकदीर संवारने वाले किसान कुप्रबंधन के चलते छले गए। भाजपा के वरिष्ठ नेता संतराज यादव कहते हैं कि प्रधानमंत्री की पहल से पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता में खुशी की लहर है। यही खुशी वोटों में बदलेगी और 2017 में उत्तर प्रदेश की सरकार भी भाजपा ही बनाएगी।