राजकीय सम्मान के साथ शहीद सब इंस्पेक्टर साहब शुक्ला का अंतिम संस्कार
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ के दारोगा साहब शुक्ला का आज दोपहर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव पहुंचा।
गोरखपुर (जेएनएन)। श्रीनगर के पंथा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद सीआरपीएफ के दारोगा साहब शुक्ला का आज दोपहर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इससे पहले उनका पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव पहुंचा। जिसको गोरखपुर जिला अस्पताल के मोर्चरी से सीधा उनके पैतृक गांव मझगवां ले जाया गया। फूलों से सजी पुलिस की गाड़ी पर पार्थिव शरीर को रखा गया था।
देश पर प्राण न्यौछावार करने वाले गोरखपुर के सीआरपीएफ सब इंस्पेक्टर साहब शुक्ला का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव मझगांवा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस दौरान शहीद को श्रदांजलि देने के लिए गांव के लोगों के साथ ही आसपास के क्षेत्र से वहां पर हुजूम उमड़ पड़ा।
गोरखपुर से मझगांवा तक लगभग 40 किमी रास्ते पर जगह जगह लोग शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े थे। मलांव की दुकानें शोक में बंद रखी गई हैं। पार्थिव शरीर गांव में लाए जाने पर जब तक सूरज चांद रहेगा साहब तेरा नाम रहेगा..तथा कौन आया कौन आया, भारत मां का लाल आया के नारे लगने लगे। हजारों की संख्या में वहां मौजूद लोगों में जवान को खोने का गम है तो पाकिस्तानी बैट की बर्बर कार्रवाई के प्रति गुस्सा भी।
UP: Mortal remains of CRPF sub-inspector Sahab Shukla (who lost his life in Pantha Chowk terror attack ) reaches his home in Gorakhpur pic.twitter.com/6IioxI2vif— ANI UP (@ANINewsUP) June 26, 2017
पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगे नारे
बड़ी संख्या में जुटे युवा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे हैं। राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में सिंचाई मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह जवान के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे। जिला एवं मण्डल प्रशासन के अधिकारी भी गांव में मौजूद थे।
इससे पहले सीआरपीएफ के डीआइजी, डिप्टी कमांडेंट दिल्ली से सेना के विशेष विमान से शहीद साहब शुक्ला का पार्थिव शरीर लेकर कल शाम बजे एयरपोर्ट पहुंचे। कमिश्नर अनिल कुमार, डीआइजी नीलाब्जा चौधरी, जिलाधिकारी राजीव रौतेला, एसएसपी आरपी पांडेय, एसपी सिटी विनय सिंह, एसपी साउथ ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी ने पुष्पचक्र अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। एयरपोर्ट पहुंचे शहीद साहब शुक्ल के बड़े बेटे सौरभ, देवाशीष, ससुर सुरेंद्र धर दूबे, चाचा संतोष की आंखें दुख से नम थीं। गांव से आए लोग भारत माता की जय, साहब शुक्ल अमर रहे के नारे लगा रहे थे।
शहीद का अंतिम-संस्कार होने और घर पर सुरक्षित शव को रखने की व्यवस्था न होने की जानकारी मिलने पर डीएम ने पार्थिव शरीर जिला अस्पताल की मच्र्युरी में रखवा दिया था। आज उनके पैतृक गांव रुदाइन मझगांवा में राप्ती नदी के तट पर उनका अंतिम संस्कार हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा की है। उन्होंने जल्द ही उनसे आकर मिलने की बात भी की है, इसके बाद परिजन शहीद का अंतिम संस्कार करने के लिए तैयार हुए।
शहीद साहब शुक्ला का पार्थिव शरीर उनके पैतृक घर बेलीपार पहुंचने पर शहीद को श्रदांजलि देने के लिए गांव के लोगों के साथ ही आसपास के क्षेत्र से वहां पर हुजूम उमड़ पड़ा। मलांव की दुकानें शोक में बंद रखी गई हैं। पार्थिव शरीर गांव में लाए जाने पर जब तक सूरज चांद रहेगा साहब तेरा नाम रहेगा..तथा कौन आया कौन आया, भारत मां का लाल आया के नारे लगने लगे। हजारों की संख्या में वहां मौजूद लोगों में जवान को खोने का गम है तो पाकिस्तानी बैट की बर्बर कार्रवाई के प्रति गुस्सा भी। बड़ी संख्या में जुटे युवा पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाकर अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे।