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मैटेरियल साइंस के नये आयामों पर विमर्श

गोरखपुर : मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रयुक्त विज्ञान विभाग की मेजबानी में गुरुव

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 01:51 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 01:51 AM (IST)
मैटेरियल साइंस के नये आयामों पर विमर्श
मैटेरियल साइंस के नये आयामों पर विमर्श

गोरखपुर : मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रयुक्त विज्ञान विभाग की मेजबानी में गुरुवार को 'इमर्जिंग ट्रेंड्स इन मैटेरियल्स साइंस' विषयक सात दिवसीय लघुकालिक पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई। विश्वविद्यालय के आर्यभट्ट सभागार में कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. ओंकार सिंह ने आशा जताई कि इस लघुकालिक पाठ्यक्रम में शामिल हो रहे शिक्षकों के लिए यह सात दिन बेहद अहम होंगे। वहीं बीज वक्तव्य देते हुए आइआइटी बीएचयू के पदार्थ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संकाय समन्वयक प्रो. राजीव प्रकाश ने अपने वक्तव्य में आर्गेनिक मैटेरियल्स और इसकी उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आर्गेनिक पदार्थों का उपयोग करके अत्यंत सस्ते और कार्यकुशल इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा प्रभावी बायो सेंसर बनाए जा सकते हैं, जिनका उपयोग चिकित्सा एवं रक्षा क्षेत्र में किया जा सकता है। वहीं दूसरे सत्र में आइआइटी दिल्ली से आए प्रो. राजेश प्रसाद ने क्रिस्टल संरचना के गूढ़ रहस्यों को डायमंड संरचना के माध्यम से बहुत ही सरल ढंग से समझाया। इसके पूर्व मेजबान विभागाध्यक्ष प्रो. डीके द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया। सात दिनी कार्यक्रम के पहले दिन संचालन का दायित्व डा. कृष्ण कुमार ने किया। इस मौके पर प्रो.एसके श्रीवास्तव, प्रो. पीके सिंह, प्रो. राकेश कुमार, मेजर जीएस त्रिपाठी सहित विभिन्न विभागों के शिक्षक, छात्र एवं शोधार्थियों की मौजूदगी रही।

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