डाक्टर पर ही हमला करने आए थे बदमाश
गोरखपुर : दाउदपुर में कैंट थाने के पास ईएनटी (नाक, कान व गला) सर्जन डा.ज्ञानेश नंदन की क्लीनिक पर हम
गोरखपुर : दाउदपुर में कैंट थाने के पास ईएनटी (नाक, कान व गला) सर्जन डा.ज्ञानेश नंदन की क्लीनिक पर हमले में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। एक तो यह कि हमलावर मरीज को दिखाने के लिए नंबर लगाने नहीं, बल्कि डाक्टर पर हमला करने आए थे। दूसरी बात यह कि मोबाइल पर किसी से लंबी बातचीत डाक्टर पर हमले की वजह बनी। बातचीत की वायस रिकार्डिग पुलिस के पास है। उसी को आधार बनाकर मामले की छानबीन की जा रही है।
उच्चपदस्थ सूत्रों ने बताया कि घटना के कुछ देर बाद ही बातचीत की वायस रिकार्डिग पुलिस के पास पहुंच गई थी। इसके सामने आने के बाद घटना से जुड़ी गुत्थी काफी हद तक सुलझ गई। इस बीच क्लीनिक पर हमला करने वालों की तलाश में दूसरे दिन भी छापेमारी जारी रही। मुख्य आरोपी सोनू सिंह की पत्नी सहित हमलावरों के कई रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
घटना के कुछ देर बाद ही सीसी टीवी कैमरे की फुटेज से हमलावरों की पहचान हो गई थी। इसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिर सोनू सिंह और उसके दोस्तों की डाक्टर से क्या दुश्मनी हो सकती है? इस सवाल का जवाब तलाशने में पुलिस जुटी ही थी कि इसी बीच एक अधिकारी को डाक्टर से बातचीत की रिकार्डिग मिल गई। रिकार्डिग भेजने वाले ने ही बाद में उस अधिकारी को फोन कर, बातचीत के पीछे की कहानी भी बता दी। हालांकि पुलिस अभी इस मामले में आधिकारिक तौर पर कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। क्षेत्राधिकारी कैंट अभय मिश्र ने कहा कि सोनू और उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।
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कर्मचारी के बयान से हुआ पुलिस को शक : गोली चलने की घटना के बाद पुलिस जब क्लीनिक पर पहुंची तो वहां कर्मचारियों और डाक्टर ने बताया कि हमलावर मरीज को दिखाने के लिए नंबर लगवाने आए थे। नंबर न लगने पर उन्होंने मारपीट की। पकड़ने की कोशिश पर उन्होंने गोली चला दी। वहीं गोली लगने से घायल क्लीनिक के कर्मचारियों ने बताया कि हमलावर पहले खुद को मरीज बता कर डाक्टर से मिलना चाह रहे थे। इससे इन्कार करने पर उन्होंने मारपीट शुरू कर दी और कहा कि 'जाकर डक्टरवा को बताओ सोनू आया है।' इसके बाद कर्मचारियों के लाठी, डंडा लेकर निकल पड़ने पर भागते समय उन्होंने गोली चला दी। पुलिस ने डाक्टर से सोनू के बारे में पूछा तो उन्होंने उसे पहचानने से इन्कार कर दिया। बाद में अज्ञात के खिलाफ तहरीर भेज दी। इस बीच डाक्टर की बातचीत की रिकार्डिग सामने आ चुकी थी।
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घटना के बाद लखनऊ चले गए डाक्टर : गोली से घायल कर्मचारियों के बयान और बातचीत की रिकार्डिग सामने आने के बाद पुलिस डाक्टर से पूछताछ करना चाह रही थी। उन्हें थाने आकर तहरीर देने के लिए कहा गया लेकिन उन्होंने दूसरे के हाथ से तहरीर भेज दी। बाद में पता चला कि शनिवार को ही देर रात रात डाक्टर लखनऊ चले गए।
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आइएमए से पुलिस ने संपर्क कर बताई पूरी कहानी : डाक्टरों के हड़ताल पर जाने की खबर मिलने पर पुलिस ने आइएमए के पदाधिकारियों को हमले के पीछे की वजह के बारे में बता दिया। कुछ पदाधिकारियों को बातचीत की रिकार्डिग भी सुनाई गई। इसके बाद डाक्टर हड़ताल पर जाने के फैसले को लेकर पशोपेश में पड़ गए थे।
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हुआ यह था : दाउदपुर में कैंट थाने के पास इएनटी सर्जन डा.ज्ञानेश नंदन लाल की क्लिनिक पर शनिवार की शाम को दो युवक पहुंचे। डाक्टर से मिलने को लेकर उनकी कर्मचारियों से मारपीट हो गई। इस दौरान एकजुट होकर कर्मचारियों ने दोनों युवकों को लाठी-डंडा लेकर दौड़ा लिया। भागते समय युवकों ने उन पर गोली चला दी। इसमें क्लीनिक के कर्मचारी हनुमान शर्मा (35) और शेषनाथ शर्मा (40) तथा बेटी का इलाज कराने आई अंधियारीबाग, तिवारीपुर निवासी धनराज की पत्नी कामाख्या देवी (45) गोली लगने से घायल हो गई। बाद में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि हमलावरों के दो साथी बिना नंबर की कार के साथ मुख्य सड़क पर मौजूद थे। फुटेज से हमलावरों की पहचान तारामंडल निवासी सोनू सिंह व उसके साथियों के रूप में हुई।