अब बीए भाग तीन में होगी बहुविकल्पीय परीक्षा
गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में महत्व
गोरखपुर : दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परीक्षा समिति की शुक्रवार को हुई बैठक में महत्वपूर्ण फैसला किया गया। कुलपति प्रो. अशोक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि 2014-15 के बीए प्रथम वर्ष में प्रवेशित विद्यार्थियों को दूसरे वर्ष के बाद अब तीसरे वर्ष में भी छह विषयों में बहुविकल्पीय परीक्षा देनी होगी। समिति के सदस्यों ने तय किया कि भाग एक और दो की तर्ज पर ही भाग तीन में भी छह विषयों के एक-एक प्रश्नपत्र बहुविकल्पीय प्रश्नों वाले होंगे।
कुलपति कार्यालय पर हुई बैठक में सदस्यों ने इस बात पर सहमति जताई कि इससे परीक्षा के मूल्यांकन में समय कम लगता है, साथ ही छात्रों का सही मूल्याकन भी होता है। परीक्षा नियंत्रक डा. अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मध्यकालीन इतिहास, प्राचीन इतिहास, राजनीति शास्त्र, शिक्षा शास्त्र, गृह विज्ञान और समाज शास्त्र के विषयों के प्रश्नपत्र में यह व्यवस्था की गई है। इन विषयों के पहले प्रश्नपत्र को बहुविकल्पीय बनाया गया है, जिनके उत्तर परीक्षार्थियों को ओएमआर सीट पर देना होगा। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि समिति ने एक महत्वपूर्ण निर्णय में उन परीक्षार्थियों को विषय में सुधार का अवसर दिया जाएगा, जिन्होंने अपने परीक्षा फार्म पर विषय का नाम लिखने में गलती कर दी थी। यह अवसर सिर्फ बीए भाग एक के छात्र-छात्राओं की दिया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि परीक्षा समिति को जांच समिति द्वारा व्यक्तिगत नकल के 554 आरोपी परीक्षार्थियों की रिपोर्ट सौंपी गई जिस गंभीरता पूर्वक विचार किया गया। जाच समिति की रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा समिति ने 138 परीक्षार्थियों को इस आरोप से मुक्त कर दिया। ऐसे में समिति ने दोषी नकलचियों में कुछ की 2016 की परीक्षा निरस्त कर दी गई और कुछ को 2017 की परीक्षा से वंचित कर दिया गया है। साथ ही परीक्षा समिति की बैठक में स्नातक के तीन सालों में राष्ट्र गौरव परीक्षा के असफल विद्यार्थियों को एक और मौका देने पर विचार किया। लेकिन समिति में आम सहमति नहीं बन सकी।