फर्टिलाइजर में दीवाली तो शहर में परेवा जैसा सन्नाटा
गोरखपुर : शुक्रवार का दिन गोरखपुर के लिए खास रहा। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर आए नरे
गोरखपुर :
शुक्रवार का दिन गोरखपुर के लिए खास रहा। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर आए नरेंद्र मोदी ने पूर्वाचल को फर्टिलाइजर व एम्स जैसी सौगातें दीं। ये ऐसी सौगातें हैं जो आम जन की जरूरतों से जुड़ी हुई हैं, इसलिए शहर ने उन्हें हाथों-हाथ लिया। आज सुबह से ही शहर की अधिकांश आबादी का रुख मोदी के कार्यक्रम स्थल फर्टिलाइजर की तरफ था। शहर में दोपहर तक सन्नाटा पसरा रहा। रोज जाम से जूझने वाली सड़कें खाली थीं। फर्टिलाइजर में दीवाली तो शहर में परेवा जैसा माहौल नजर आया। शहर का यह खालीपन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति गोरखपुर शहर का भावनात्मक इस्तकबाल था।
सुबह से ही दोपहिया, चार पहिया वाहनों का रुख फर्टिलाइजर की तरफ था। मोहद्दीपुर पुल, धर्मशाला पुल व गोरखनाथ पुल से होकर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें बरबस ही ध्यान खींच रही थीं। देखकर लगा पूरा शहर एक तरफ जा रहा है, क्योंकि दूसरी तरफ से कोई वाहन नहीं आ रहे थे। सुबह दस बजे तक एकतरफा शहर की यात्रा फर्टिलाइजर की तरफ रही, इसीलिए शहर में खालीपन था। दुकानें कुछ बंद थी, कुछ खुली भी थीं, लेकिन खरीदार नहीं थे। परिचालन व्यवस्था लगभग ठप थी। आटो तो एक भी चलते हुए नहीं दिखे। सुबह से शहर में चार पहिया वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया था। सुरक्षा कारणों के चलते कुशीनगर से आने वाले वाहनों को कोनी मोड़ से तथा लखनऊ की तरफ से आ रहे वाहनों को कालेसर मोड़ से फोरलेन की तरफ मोड़ दिया गया था। मोतीराम की तरफ से आने वाले वाहनों को देवरिया बाइपास से तथा फरेंदा की ओर से आने वाले वाहनों को महुआतर से मोड़ दिया गया, इसलिए शहर के हिस्से खालीपन आया, जो परेवा की याद दिला रहा था, चूंकि फर्टिलाइजर में पूरा शहर उमड़ पड़ा था, विकास की घोषणाएं हो रही थीं, तालियां बज रही थीं, जयघोष हो रहा था, उत्सव व उल्लास का माहौल था, इसलिए वहां दीवाली जैसा माहौल सृजित हो गया था।
प्रधानमंत्री के एयरपोर्ट से फर्टिलाइजर के लिए हेलीकाप्टर से रवाना होने के बाद दो पहिया वाहनों के लिए रास्ते खोल दिए गए, मगर सड़क पर भीड़ नहीं दिखी। फर्टिलाइजर में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम समाप्त होने के बाद शहर की चहल-पहल बढ़ गई। शाम होते-होते शहर अपनी पुरानी रौनक में वापस लौट आया।