प्रधानमंत्री रैली की झलकियां
आंकड़ों से होने लगी ऊबन भाषण में सौगात और ऐलान पर झूम रही जनता बीच में उस समय ऊबन महसूस करने लगी जब
आंकड़ों से होने लगी ऊबन
भाषण में सौगात और ऐलान पर झूम रही जनता बीच में उस समय ऊबन महसूस करने लगी जब प्रधानमंत्री ने विकास योजनाओं के आंकड़े गिनाने शुरू कर दिए। कुछ मिनट तक आंकड़े सुनने के चलते दीर्घा में हलचल होने लगी और लोग कुर्सियों से उठकर इधर उधर जाने लगे। हालांकि प्रधानमंत्री ने जैसे ही पंडाल की तरफ देखा तो पब्लिक का मूड भांप गए और दोबारा ऐलान और सौगात पर आ गए।
काले कपड़े वालों को लौटाया गया
सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने भीड़ के बीच काला कपड़ा और छाता लेकर पहुंचे कई लोगों को बैरीकेडिंग से ही लौटा दिया। पुलिसकर्मियों का कहना था रैली में काला कपड़ा पहनकर जाना विरोध स्वरूप हो सकता है जिससे माहौल बिगड़ सकता है। ऐसे में आप कपड़ा बदलकर दोबारा आएं तो अंदर प्रवेश मिलेगा। इसी तरह छाता लेकर आए लोगों को भी इस हिदायत के साथ अंदर आने दिया गया कि वह इसे खोलकर प्रदर्शित नहीं करेंगे।
बारिश बंद होते ही बढ़ा उत्साह
रैली शुरू होने से दो घंटे पहले करीब पौने नौ बजे शुरू हुई मूसलाधार बरसात ने एक बार भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस प्रशासन के होश उड़ा दिए। करीब बीस मिनट तक हुई झमाझम बारिश के चलते पूरा मैदान पानी से भर गया। हालांकि इसके बाद जब पानी बंद हुआ तो कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ तैयारियों में जुट गए। रैली खत्म होने तक दोबारा बारिश नहीं हुई जिससे कार्यक्रम सकुशल सम्पन्न हुआ।
- नेताओं के साथ सेल्फी की होड़
मंच से लेकर मैदान तक राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की भीड़ देखकर गदगद कार्यकर्ता सेल्फी लेने से भी नहीं चूके। प्रदेश अध्यक्ष केशव देव मौर्य, ओम माथुर के साथ साथ कई अन्य नेताओं के साथ भी कार्यकर्ताओं ने सेल्फी ली। मंच पर बैठे कुछ सांसद भी मैदान की फोटो के साथ साथ सेल्फी लेते दिखाई दिए।
पुलिस पर भीड़ रोकने का आरोप
मंच का संचालन कर रहे भाजपा नेता कई बार मंच से पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से इस बात का निवेदन करते रहे कि भाजपा कार्यकर्ताओं को रैली में आने से रोका न जाए। चेकिंग में शिशिलता बरती जाए। कुछ लोगों ने इस बात की शिकायत की थी कि उन्हें अंदर आने से रोका जा रहा है। हालांकि पुलिस या प्रशासनिक अधिकारियों ने ऐसी किसी बात से इंकार किया।