पोखरे का दिखने लगा मूल स्वरूप
गोरखपुर: 'जागरण' के अभियान 'तलाश तालाबों की' के तहत गोद लिए गए पोखरों का मूल स्वरूप दिखने लगा है। ख
गोरखपुर: 'जागरण' के अभियान 'तलाश तालाबों की' के तहत गोद लिए गए पोखरों का मूल स्वरूप दिखने लगा है। खोदाई व जीर्णोद्धार का कार्य पूरा होने के बाद पोखरों के सुंदरीकरण का कार्य शुरू हो गया है। जागरण के अभियान से प्रेरित होकर गोद लिए गए पोखरों के अलावा अन्य पोखरों में भी खोदाई कार्य जारी है।
खजनी ब्लाक की ग्राम पंचायत महमूदपुर के भीटा कुंवर में जागरण ने पोखरे को गोद लिया है। यह पोखरा कभी पशु-पक्षियों की प्यास बुझाता था। सिंचाई के काम आता था लेकिन बाद में सिल्ट जमा होने और अतिक्रमण के कारण इसका दायरा सिमट गया। गोद लेने के बाद एक एकड़ के क्षेत्रफल वाले इस पोखरे की खोदाई पिछले बीस दिन पहले शुरू हुई थी। खोदाई कार्य तभी से लगातार जारी है। मनरेगा मजदूरों के अलावा ग्रामीण भी इस अभियान में श्रमदान कर रहे हैं। खोदाई कार्य नियमित रूप से ग्राम प्रधान गोरखनाथ की निगरानी में चल रहा है। खंड विकास अधिकारी शहजादे खान, मनरेगा के एपीओ संतोष शुक्ल व रोजगार सेवक रजनीकांत भी पोखरा जीर्णोद्धार कार्य पर नजर रखे हुए हैं। गुरुवार को भी मनरेगा मजदूरों ने पोखरा खोदाई के अंतिम चरण का कार्य पूरा किया।