एनजीटी को ठेंगा, ताल में गिर रहा गंदा पानी
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : तो अब जिम्मेदारों ने एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) को भी धोखा देना शुरू
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : तो अब जिम्मेदारों ने एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) को भी धोखा देना शुरू कर दिया है। तभी तो एनजीटी के सख्त रूख के बाद भी रामगढ़ ताल में नालों का गंदा पानी गिराया जा रहा है। जल निगम की लापरवाही के कारण ताल के पूर्वी छोर पर दो बड़े नालों का पानी सीधे ताल में गिर रहा रहा है। इसके अलावा विष्णुपुर नाला, यादव टोला नाला व हुंडई एजेंसी नाले का पानी भी बेरोकटोक ताल में गिर रहा है। जबकि ताल के पूर्वी छोर पर बंधे के किनारे नाला निर्माण कर सभी नालों को पंपिंग स्टेशन से जोड़ना था। इसके लिए पांच करोड़ का प्रस्ताव जल निगम द्वारा स्वीकृत किया जा चुका है।
इसी तरह एनजीटी ने बेतियाहाता चौराहे से गुजरने वाले सीवर का पानी भी राप्ती नदी में गिरने से रोकने का निर्देश दिया है। सीवर का पानी ताल में शोधन के बाद ही गिराना है लेकिन ताल में गंदा पानी जा रहा है। तारामंडल के आगे परसोहिया नाला का पानी राप्ती नदी की जगह रामगढ़ ताल में गिराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए एक पंपिंग स्टेशन बनाया जाना है। पांच करोड़ रुपये की लागत से इसका भी प्रस्ताव लंबित है।