जलजमाव को लेकर फूटा गुस्सा, लगाया जाम
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राजेंद्रनगर और आसपास के इलाकों में जलजमाव से तंग आ चुके लोगों का गुस्सा ग
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राजेंद्रनगर और आसपास के इलाकों में जलजमाव से तंग आ चुके लोगों का गुस्सा गुरुवार को फूट गया। गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर चिरकुटहवा बाबा मंदिर के सामने लोग जाम लगाकर धरने पर बैठ गए। अधिकारियों के आश्वासन और मान मनौव्वल के बाद लोग सड़क से हटे। आधे घंटे तक आवागमन बंद होने के चलते दोनों तरफ गाड़ियों की कतार लग गई।
सपा नेता सिंहासन सोनकर की अगुवाई में शास्त्रीनगर, शास्त्रीपुरम, लच्छीपुर, राजेंद्रनगर आदि इलाके के सैकड़ों लोग गुरुवार की सुबह करीब 11 बजे राजेंद्रनगर कालोनी के सामने गोरखपुर-सोनौली मार्ग पर धरने पर बैठ गए। सिंहासन सोनकर ने बताया कि लच्छीपुर, ललितापुरम, शास्त्रीनगर, शास्त्रीपुरम, मारवाहा खटिक टोला, हीरा टोला आदि इलाकों में नालों का पानी लोगों के घरों के अंदर जा रहा है। धरना देने वालों में शामिल फूला देवी, मानस यादव, श्रीचंद सैनी, पियूष, अरुणेश, रमेश, राखी, विचित्र सोनकर, आनंद सोनकर, ब्रिजेश सोनकर आदि ने कहा कि महीनों से पानी लगा है, कई बार शिकायत की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। सड़क पर धरने की जानकारी मिलते ही गोरखनाथ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। कुछ ही देर में नगर निगम और जलनिगम के इंजीनियर और अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और तीन-चार घंटे में पानी निकलवाने का आश्वासन दिया। विभागीय अधिकारियों के आश्वासन और पुलिस के समझाने के करीब आधे घंटे बाद लोग सड़क से हटे जिसके बाद जाम खुला। करीब आधे घंटे तक सड़क पर धरने के चलते गोरखपुर सोनौली मार्ग के दोनों तरफ गाड़ियों की कतार लग गई जिसके चलते सड़क पर जाम लग गया।
निर्माण के चलते बंद हैं नाले
जल निगम की तरफ से गोरखनाथ के आगे शास्त्रीनगर, राजेंद्र नगर में नाला निर्माण का काम चल रहा है। ये नाला चिलुआताल में जाकर मिलेगा। गोरखपुर-सोनौली मुख्य मार्ग के किनारे नाला बनने के चलते पानी रोका गया है। मोहल्ले की नालियों का पानी नाले में न आ पाने के चलते वहां भी जलजमाव की स्थिति बन गई है।
ध्वस्त हुई वैकल्पिक व्यवस्था
नाला निर्माण के लिए जिस इलाके में नाला बंद किया जाता है उसके आगे पीछे पंपिंग सेट लगाकर गंदे पानी को आगे के हिस्से में निकालने की वैकल्पिक व्यवस्था बनाई गई है। कुछ जगहों पर पंपिंग सेट लगाया गया था लेकिन उसके न चलने की वजह से जलजमाव की स्थिति पैदा हुई है। नाला निर्माण से कुछ जगहों पर छोटा नाला बनाया गया लेकिन उसकी गहराई कम होने के चलते वह कामयाब नहीं हुआ।
जल्द दूर हो जाएगी दिक्कत
नाला निर्माण कराने वाली एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि काम लगभग अंतिम दौर में है। इसे जल्द ही पूरा कर नाला शुरू करा दिया जाएगा। पंप खराब होने के चलते दिक्कत आ गई थी जिसे दूर कर लिया गया है। अब जलजमाव की नौबत नहीं आएगी।
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'नाला बनने की वजह से जलजमाव हो गया है। गंदा पानी निकालने की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए विभागीय कर्मचारियों पर दबाव बनाया जा रहा है।'
- वीर सिंह सोनकर, पार्षद वार्ड 12
'गंदा पानी निकालने के लिए फिलहाल चार पंप लगाए गए हैं। कल से दो पंप और बढ़ा दिए जाएंगे। इसके बाद दिक्कत नहीं आएगी। निर्माण कार्य अंतिम दौर में है जल्द ही इसे खोल दिया जाएगा।'
- डीपी मिश्रा, प्रोजेक्ट मैनेजर, जलनिगम
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'कालोनी में नाले का पानी इस कदर फैला है कि पैदल बाहर निकलना नामुमकिन है। बदलते मौसम में दुर्गध के चलते बीमारी का खतरा बढ़ गया है।'
- पूनम तिवारी, शास्त्रीपुरम
'नालियों का पानी सड़क पर जमा होने के चलते आना जाना मुश्किल हो गया है। जिम्मेदार लोगों को सब पता है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करता।'
-विशाल सोनकर, लच्छीपुर