मैनेजर न सुनें तो तत्काल करें शिकायत
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में गुरुवार को पूर्वाचल बैंक
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम प्रश्न पहर में गुरुवार को पूर्वाचल बैंक के चेयरमैन एके सिन्हा जनता से रूबरू हुए। उन्होंने आश्वस्त किया कि उत्कृष्ट ग्राहक सेवा हमारी पहली प्राथमिकता है, यदि शाखा प्रबंधक नहीं सुनते हैं, या योजनाओं के बारे में गलत जानकारी देते हैं, तो तत्काल इसकी शिकायत करें, तुरंत कार्रवाई होगी। बैंक उपभोक्ता सेवा के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने अनेक उपभोक्ताओं को बैंक के जीएम व आरएम का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराया। साथ ही कहा कि हर शाखा पर आरएम का नंबर चस्पा करा दिया जाएगा। कोई भी उपभोक्ता उस नंबर पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। उपभोक्ताओं ने मुद्रा योजना के ऋण व फसल बीमा की धनराशि के बारे में भी कई सवाल किए।
हाटा बाजार, बड़हलगंज के प्रदीप दूबे ने कहा कि मैंने कई बार हाटा शाखा से ऋण लिया और हर बार समय से उसकी अदायगी की। बावजूद इसके माइक्रो कामधेनु योजना में ऋण के लिए मैं शाखा प्रबंधक के पास गया, तो वह स्वीकृति ही नहीं दे रहे हैं, ताकि मैं कागज जमा कर सकूं। एके सिन्हा ने उनका मोबाइल नंबर लिया और आश्वस्त किया कल आपको फोन कर बताया जाएगा और आप शाखा प्रबंधक के पास चले जाएंगे, तो आपका काम हो जाएगा। खड्डा, कुशीनगर के दिनेश कुमार ने शाखा में काउंटर ठीक कराने मांग की। नौगढ़ के अरविंद कुमार ने नई शाखाओं के खुलने के बारे में पूछा। गीडा के शैलेंद्र सिंह ने 10 लाख रुपये ऋण पर गारंटी के बारे में पूछा। धुरियापार के मोनू यादव ने शाखा में कर्मचारियों के कम होने की बात कही। बस्ती के रामकृपाल, कुशीनगर के राम मिश्रा, वीपी तिवारी, मनीष, वीरेंद्र लाल श्रीवास्तव, बस्ती से श्रीकृष्ण, कुसम्ही बाजार की रीमा गुप्ता, गोला बाजार के मनोज कुमार गुप्ता, अजय कुमार लाल, खरैया पोखरा के मोहन मुरारी मिश्रा, बांसगांव के जीसी चौरसिया, अवधेश तिवारी, देवरिया के सुरेश प्रसाद, संतकबीर नगर के ओमप्रकाश तिवारी, सिद्धार्थनगर के रामनिवास उपाध्याय, महराजगंज के साधुशरण राय, चारु चंद्रपुरी से बच्चूलाल, मुफ्तीपुर से राधेश्याम, गोरखपुर से अनिल कुमार सिंह, संग्रामपुर से सतीश कुमार ओझा, बड़हलगंज से श्रीपति सिंह व लालडिग्गी से मनोज कुमार ने अपनी समस्या के बारे में पूछा।
किराये में किया घालमेल
लार के जगदीश कुमार सिंह ने कहा कि पूर्वाचल बैंक की शाखा मेरी मकान में किराये पर है। मेरे ऊपर बैंक का ऋण था, उसका दबाव बनाकर तत्कालीन शाखा प्रबंधक ने 2007 में मात्र 3500 रुपये किराये पर मेरी मकान ले लिया और किराये से ही मेरे ऋण की किश्त कटने लगी। दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में 2009 में आए तत्कालीन चेयरमैन प्रशांत कुमार से मैंने इसकी शिकायत की, तो उन्होंने दूसरे दिन प्रधान कार्यालय से अधिकारियों को भेजा और मेरा किराया 5000 रुपये कर दिया गया, लेकिन एग्रीमेंट फिर भी नहीं हुआ। बाद में जब शाखा में जाकर मैंने पता किया, तो ऋण के रूप में आज भी 3500 रुपये ही कट रहे हैं, जबकि 5000 रुपये कटने चाहिए। एके सिन्हा ने कहा कि कल मैं अधिकारियों की टीम भेजूंगा। ऐसा हुआ है तो गलत है। आपको आपका हक मिलेगा। उन्होंने मकान का एग्रीमेंट कराने का सुझाव भी दिया।
सही बात पर बिगड़ गए मैनेजर
देईडीहा के प्रेमसागर त्रिपाठी ने कहा कि मैंने एफडी पर ऋण लिया था, जिसका ब्याज बैंक ने 14 हजार अधिक ले लिया। जब जाकर मैंने शाखा प्रबंधक से कहा तो उन्होंने चेक करने के बाद कहा कि यह पैसा आपके खाते में चला जाएगा। इस पर मैंने कहा कि यह बात ठीक नहीं है, इस तरह करेंगे तो उपभोक्ता आपके यहां से चले जाएंगे। इस पर मैनेजर आग बबूला हो गए और सबके सामने मुझे बेइज्जत किया। साथ ही कहा कि तुम्हारे जैसे लोगों से मेरा बैंक नहीं चलता है, चले आए सीख देने। इसकी शिकायत मैंने प्रधान कार्यालय से की थी, जांच माल्हनपार मैनेजर को मिली। उन्होंने फोन कर मुझसे कहा कि आपका खाता ठीक कर दिया गया है। लेकिन दुर्व्यवहार करने वाले मैनेजर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। चेयरमैन एके सिन्हा ने कहा कि इस मामले को मैं देखवा लेता हूं, जो भी दोषी होगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।