सावधानी से तय करें तो दोनों रास्ते सुखद
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बाबा बर्फानी का दर्शन करने अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए दो मार्ग हैं। एक
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : बाबा बर्फानी का दर्शन करने अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए दो मार्ग हैं। एक पहलगाम होकर तो दूसरा बालटाल होते हुए सीधे गुफा तक पहुंचाता है। पहलगाम से अमरनाथ गुफा की दूरी 29 किमी है और बालटाल से गुफा की दूरी मात्र 16 किमी है। इन दोनों स्थानों से गुफा तक पैदल यात्रा करनी होती है। वहा जा चुके श्रद्धालुओं ने बताया कि दोनों रास्ते खतरनाक हैं पर सावधानीपूर्वक तय करें तो यह यात्रा सुखद होगी।
पहलगाम मार्ग ज्यादा खूबसूरत
बाबा बर्फानी का दर्शन करने पिछले पांच साल से लगातार जा रहे श्रद्धालु राजेश तिवारी का कहना है कि पहलगाम से दूरी ज्यादा जरूर है लेकिन मार्ग खूबसूरत, धार्मिक, सुगम व ज्यादा उपयुक्त है। अमर नाथ की यात्रा आनंदायक, फलदायक एवं लाभदायक है।
ठंड से बचने का हो पुख्ता इंतजाम
भोलेनाथ के भक्त प्रभाकर नाथ द्विवेदी कहते हैं कि गुफा के चारों ओर बर्फ होते हैं इसलिए ठंडक से बचने का पुख्ता इंतजाम लेकर दर्शन के लिए चढ़ाई करें। वहां रात गुजारने के लिए स्थानीय नागरिकों द्वारा कैंप बनाया जाता है जिसे किराये पर श्रद्धालुओं को दिया जाता है।
मन में हो श्रद्धा, तो होगा दर्शन
पिछले दस साल से बाबा के दर्शन के लिए यात्रा करने वाले अमित पांडेय का कहना है कि मन में श्रद्धा है तो यात्रा बहुत सुखद होती है। पिछले वर्ष थोड़ी दिक्कत हो गई थी, फिलहाल सेना ने तत्काल सक्रियता दिखाई और स्थिति नियंत्रण में आ गई। अगर आप किसी परेशानी में हो तो स्थानीय नागरिकों की सहायता लेने के बजाए सेना की मदद लें।
बुजुर्ग रखें खास ख्याल
संजय गुप्ता का कहना है कि बालटाल का मार्ग कठिन है, खासकर बुजुर्गो व महिलाओं के लिए। यहा गुफा की दूरी पहलगाम के मुकाबले कम जरूर है लेकिन एक दिन में ही पूरी करनी पड़ती है। रास्ते में कोई शिविर या लंगर नहीं मिलेगा। दूसरे बालटाल से ही एकदम सीधी चढ़ाई शुरू हो जाती है। इसलिए बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे व दमा आदि के रोगी इस मार्ग से न जाएं तो बेहतर है।