एआरवी लगने के बावजूद बच्चे की मौत
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : जिले के भटहट क्षेत्र के जंगल डुमरी में एंटी रैबीज वैक्सीन लगाए जाने के
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
जिले के भटहट क्षेत्र के जंगल डुमरी में एंटी रैबीज वैक्सीन लगाए जाने के बावजूद एक बच्चे की मौत हो गई। वैक्सीन के बाद भी बच्चे की मौत ने एआरवी की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मौत के बाद हरकत में आया स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले की जांच कराने जा रहा है। उधर मौत के बाद नाराज लोगों ने कुत्ते को पीट कर मार डाला।
जंगल डुमरी नं. दो निवासी छह साल के सुनील को बीते 26 अप्रैल को कुत्ते ने काट लिया। परिजनों के अनुसार इसके बाद बच्चे को एंटी रैबीज वैक्सीन के संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन की तीन डोज लगाई गई। चौथी डोज बीस मई को लगाई जानी थी। इसी बीच शनिवार को बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़नी शुरू हो गई। परिजन आनन-फानन उसे लेकर महानगर में लाए। कई अस्पतालों में ले गए लेकिन रैबीज होने की आशंका में किसी ने भर्ती नहीं किया। निराश होकर परिजन लौट गए। इसी बीच सोमवार को बच्चे की मौत हो गई। एआरबी लगाए जाने के बावजूद बच्चे की मौत की इस घटना से परिजन सदमे में हैं वहीं वैक्सीन की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़ा हो गया है।
उधर बच्चे की मौत के बाद नाराज ग्रामीणों ने कुत्ते को पीट कर मार डाला। लेकिन इसी कुत्ते ने गांव की एक महिला और एक चार साल के बच्चे को भी काटा है। इससे उनके परिवार में भी दहशत है।
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वैक्सीन पर उठे सवाल
बहरहाल वैक्सीन लगने के बावजूद बच्चे की मौत से टीके की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक यह भी हो सकता है कि संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर कोल्ड चेन मेनटेन नहीं होने से वैक्सीन खराब हो गई हो। यदि ऐसा है तो यह मामला गंभीर है। संबंधित स्वास्थ्य केंद्र के साथ ही अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर रखी वैक्सीन की जांच कराई जानी चाहिए।
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मामले की होगी जांच- सीएमओ
इसे बारे में पूछे जाने पर सीएमओ डा. एमके सिंह का कहना कि वैक्सीन लगाने के बावजूद मौत की घटना गंभीर है। इसमें दो ही संभावना हो सकती है। या तो बच्चे को कुत्ता काटने के चौबीस घंटे भीतर एंटी रैबीज वैक्सीन नहीं लगाई गई हो या फिर संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीन के रखरखाव कोल्ड चेन मेनटेन न की गई है। मामले की गहन जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।