कैंट पर सीबीआई एंटी करप्शन टीम का छापा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : ट्रेनों के वैगन के भार को मापने वाली वेइंग मशीन (वेइंग ब्रिज) में मिल
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : ट्रेनों के वैगन के भार को मापने वाली वेइंग मशीन (वेइंग ब्रिज) में मिल रही अनियमितता की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए केंद्र के निर्देश पर सीबीआई की एंटी करप्शन टीम ने देशभर में छापेमारी की। पूर्वोत्तर रेलवे के दो स्टेशनों पर भी एंटी करप्शन लखनऊ की टीम ने छापेमारी की। संयोग से गोरखपुर स्थित कैंट स्टेशन पर स्थापित वेइंग मशीन खराब पाई गई, जबकि इज्जतनगर मंडल स्थित बरेली के चमरुआ स्टेशन की मशीन में अनियमितता पाई गई है।
एंटी करप्शन के डिप्टी एसपी आरआर त्रिपाठी के नेतृत्व में टीम ने औचक जांच की। उनके सहयोग में पूर्वोत्तर रेलवे की विजिलेंस टीम भी शामिल थी। कैंट स्टेशन पर तो जांच की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी लेकिन चमरुआ स्टेशन पर लगी वेइंग मशीन में अनियमितता पाई गई। विभागीय सूत्रों का कहना है कि मुगलसराय में लगी मशीन में भी अनियमितता मिली है। स्थिति यह है कि मशीनें 90 टन से ऊपर के वजन को आकलन नहीं कर पा रही हैं। दोनों जगह वैगन पास कराकर चेक किया गया। 90 टन से ऊपर होने पर भी मशीन में 90 टन ही दर्ज हो रहा था। इस अनियमितता में रेलकर्मियों के अलावा मशीन लगाने वाली कंपनी भी जांच की जद में आ गई है। यहां जान लें कि पूर्वोत्तर रेलवे में कैंट और चमरुआ में वेइंग मशीन लगी हुई है। यह कंप्यूटराइज्ड मशीन वैगनों में लोड होने वाले सामानों का वजन मापता है। उसी के आधार पर यह तय किया जाता है कि सामान मानक के अनुसार लोड है या नहीं।