समीर की मौत के मामले में दर्ज हुआ हत्या का मुकदमा
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : पेट्रोल पंप मालिक की मौत को खुदकुशी बता रही पुलिस ने आखिरकार शनिवार को
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
पेट्रोल पंप मालिक की मौत को खुदकुशी बता रही पुलिस ने आखिरकार शनिवार को अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। उनके मोबाइल की काल डिटेल और टावर लोकेशन निकलवाई जा रही है। इसका अध्ययन करने के बाद यह पता लगाया जा सकेगा कि घटना की रात पेट्रोल पंप से निकलने के बाद समीर कहां-कहां गए थे और किस-किस से बात की थी?
खुर्रमपुर, राजघाट निवासी स्व. अनूप पांडेय के पुत्र समीर पांडेय (28) की 28 जनवरी की रात गोली लगने से मौत हो गई थी। दूसरे दिन सुबह उनकी लाश बेलीपार में फोरलेन पर चनऊ गांव के पास मिली थी। समीर की ट्रांसपोर्टनगर में टायर की एजेंसी है और दाउदपुर में हाइवे पर पेट्रोल पंप है। 28 जनवरी की शाम को टायर की एजेंसी से हिसाब-किताब करने के बाद वह पेट्रोल पंप पर पहुंचे थे। वहां रात में साढ़े नौ बजे के आसपास किसी का फोन आने पर कर्मचारियों से थोड़ी देर में आने की बात कहकर अपनी मारुति कार से निकले थे। इसके बाद वापस नहीं लौटे। रात में सवा दस बजे के आसपास कर्मचारियों और उनके परिजनों ने फोन पर उनसे संपर्क करने की कोशिश शुरू की लेकिन दूसरी तरफ फोन नहीं उठ रहा था। दूसरे दिन सुबह फोरलेन पर कार में लाश मिलने की सूचना पर पहुंचे परिजनों ने उनकी शिनाख्त की।
उनकी दाहिनी कनपटी में गोली लगी थी। दाहिने हाथ में उनका लाइसेंसी रिवाल्वर मौजूद था। बगल की सीट पर उनका टैबलेट और एक मोबाइल पड़ा हुआ था लेकिन एक अन्य मोबाइल गायब था। पुलिस शुरू से इस घटना को खुदकुशी का मामला करार देने की कोशिश करती रही लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस दावे पर संदेह जताए जाने के बाद उसे हत्या का मुकदमा दर्ज करना पड़ा।