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विश्वविद्यालय गेट पर ठेकेदार को गोली मारी

जलाई गई बाइक की कीमत का भुगतान करने के विवाद में हुई घटना घायल ने खुद व छात्रों की मदद से दो हमलाव

By Edited By: Published: Sun, 21 Dec 2014 12:23 AM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 12:23 AM (IST)

जलाई गई बाइक की कीमत का भुगतान करने के विवाद में हुई घटना

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घायल ने खुद व छात्रों की मदद से दो हमलावरों को दौड़ाकर पकड़ा

जागरण संवाददाता, गोरखपुर :

प्रापर्टी डीलर और नगर निगम के ठेकेदार अविनाश तिवारी उर्फ लुट्टूर (30) को विश्वविद्यालय गेट के सामने शनिवार को दो युवकों ने गोली मार दी। घटना के बाद घायल ने खुद मौके पर मौजूद अपने साथ के लोगों और छात्रों की मदद से दोनों हमलावरों को दौड़ाकर पकड़ लिया। उनके पास से घटना में प्रयुक्त असलहा भी बरामद कर लिया गया है। घटना की वजह छात्रावास परिसर में सात माह पहले दो गुटों के विवाद में फूंकी गई बाइक की कीमत के लेनदेन का विवाद बताया जा रहा है।

हमलावरों की पहचान खजनी क्षेत्र निवासी और यहां इंदिरानगर, कैंट में रहने वाले प्रिंस तथा हांसूपुर, राजघाट निवासी शत्रुजीत सिंह के रूप में हुई है। शत्रुजीत, सेंट एंड्रयूज डिग्री कालेज में बीए द्वितीय वर्ष और प्रिंस विश्वविद्यालय में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। उनके पास से घटना में प्रयुक्त 32 बोर की पिस्टल और अपाची बाइक बरामद हुई है। सिंहोंरवा, चिलुआताल निवासी रमाशंकर तिवारी के पुत्र अविनाश तिवारी दिन में सवा दो बजे के आसपास कुछ लोगों के साथ विश्वविद्यालय गेट के सामने पंत पार्क के पास सड़क के किनारे बात कर रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दोनों हमलावर वहां पहुंचे और उन पर गोली चला दी। सीने में दाहिनी तरफ उनको गोली लगी है।

एक गोली मारने के बाद हमलावर भागने की फिराक में थे, लेकिन खुद घायल ने दोनों को पकड़ लिया। बाद में उनके साथ खड़े लोग और आसपास मौजूद छात्र भी पहुंच गए। उन्होंने हमलावरों की पिटाई शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे विश्वविद्यालय चौकी के सिपाही दोनों हमलावरों को भीड़ से निकालकर अपनी अभिरक्षा में लेकर कैंट थाने पहुंचाया।

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मई में जलाई गई थी बाइक : विश्वविद्यालय के एनसी छात्रावास में छात्रों के दो गुटों में इस साल मई में विवाद हुआ था। इसके बाद एक गुट ने दूसरे गुट में शामिल मोहद्दीपुर निवासी युवक की अपाची बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करने के बाद आग लगा दी थी। दूसरे गुट की मदद ठेकेदार अविनाश तिवारी कर रहे थे। बाद में बाइक जलाने के मामले में प्रिंस और शत्रुजीत का नाम सामने आने पर अविनाश बाइक की कीमत वसूल करने की कोशिश करने लगे थे।

पंचायत में कीमत का भुगतान करने पर हुई थी सहमति : बाइक की कीमत का भुगतान करने को लेकर दोनों गुटों में कई बार पंचायत हुई थी। शुक्रवार को एनसी छात्रावास में हुई पंचायत में कीमत का भुगतान करने पर सहमति बन गई। प्रिंस और शत्रुजीत को पैसा देना था। उन्होंने शनिवार को कीमत का भुगतान करने का आश्वासन दिया, लेकिन सुबह अपने वादे से मुकर गए।

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मोबाइल से बातचीत के दौरान हुई कहासुनी : कीमत का भुगतान करने की बात से प्रिंस और शत्रुजीत के मुकरने की जानकारी होने पर अविनाश ने उनको फोन किया। इस दौरान लेनदेन को लेकर उनके बीच मोबाइल पर बातचीत में ही काफी कहासुनी हुई। बाद में प्रिंस और शत्रुजीत ने अविनाश को पैसे का भुगतान करने के लिए दिन में दो बजे विश्वविद्यालय गेट पर आने को कहा।

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पहले ही कर लिया था गोली मारने का फैसला : प्रिंस और शत्रुजीत दिन में दो बजे के आसपास अपने कुछ दोस्तों के साथ इंदिरा बाल विहार पर खड़े थे। अविनाश ने उनको फोन कर खुद के विश्वविद्यालय गेट पर पहुंचने की जानकारी दी। बताते हैं कि वहां से चलने से पहले ही प्रिंस ने अपने दोस्तों से कहा कि 'लगता है कि आज जेल जाना ही पड़ेगा।' उसी समय उसने अविनाश को गोली मारने का फैसला कर लिया था।


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