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बेअसर है गोरखपुर में वर्दी की हनक

जागरण संवाददाता, गोरखपुर : कभी अंडरव‌र्ल्ड के सरगना अथवा अपने नाम का खौफ पैदा करने वाले कुख्यात बद

By Edited By: Published: Thu, 30 Oct 2014 06:06 PM (IST)Updated: Thu, 30 Oct 2014 06:06 PM (IST)
बेअसर है गोरखपुर में वर्दी की हनक

जागरण संवाददाता, गोरखपुर :

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कभी अंडरव‌र्ल्ड के सरगना अथवा अपने नाम का खौफ पैदा करने वाले कुख्यात बदमाशों द्वारा ही रंगदारी मांगने की घटनाएं सामने आती रहीं हैं, लेकिन गोरखपुर में तो अब हर कोई रंगदारी मांगने लगा है। चालक भी किसी अपराधी के नाम से अपने मालिक से रंगदारी मांगने का दुस्साहस करने लगे हैं। जाहिर है वर्दी की खत्म होती हनक बेअसर साबित हो रही है।

वर्ष 2004-2005 के दरम्यान रंगदारी को लेकर अमित मोहन वर्मा व रामायण उपाध्याय की जोड़ी का खौफ कायम था। उस दौर में अपराधियों की इस जोड़ी के निशाने पर शहर के डाक्टर हुआ करते थे। बहरहाल उनके मारे जाने के बाद यहां रंगदारी की वारदातें बंद हो गई थी। हाल के वषरें में आजमगढ़ का रहने वाला अमरजीत यादव गैंग का कुछ दिनों तक रंगदारी के धंधे में दखल हुई थी, लेकिन उस गैंग का कार्य क्षेत्र दक्षिणांचल के कुछ खास थाना क्षेत्रों तक में ही सीमित था। बाद में अमरजीत की कथित तौर पर गिरफ्तारी के बाद उस क्षेत्र में भी ऐसी घटनाएं लगभग बंद हो गईं।

इधर, कुछ महीनों में फिर गोरखपुर में रंगदारी मांगने की घटनाएं बढ़ी हैं। इसकी शुरुआत लूट की घटनाओं ने जरायम की दुनिया में कदम रखने वाले कुख्यात चंदन सिंह ने की। पेशी से फरारी के बाद उसने हत्या की कुछ घटनाओं को अंजाम दिया। उसके बाद अपने नाम का खौफ चस्पा करने के लिए उसने एक व्यवसायी की दुकान पर चढ़कर फायरिंग की। फिर उसके नाम का सिक्का चल गया है। अब तो वह बाराबंकी जेल से रंगदारी मांग रहा है। लोग पुलिस के पास जाने से कतराने लगे हैं। गाजीपुर जिले का मूल निवासी बंटी यादव फरारी के दौरान यहां अपना ठिकाना बनाकर एक ब्लाक प्रमुख व एक डाक्टर से रंगदारी मांगी थी।

इधर, शातिर अपराधी संदीप त्रिपाठी भी रंगदारी के धंधे में दाखिल हो गया है। इस दौरान उसकी मांग न पूरा करने पर झगहां में एक स्कूल के प्रबंधक के बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद चौरीचौरा के एक रसोई गैस एजेंसी के मालिक व खोराबार के सराफा कारोबारी से दस-दस लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में उसका नाम सामने आया। कुछ दिन पहले ही झगहां में एक कपड़ा व्यवसायी से एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी गई। यह काम किया उसका साथी तथा प्रबंधक के बेटे की हत्यारोपी प्रदीप यादव ने। इसी माह उसने भी जेल से झगहां के एक व्यवसायी से रंगदारी मांगी है। यह घटनाएं यह बताती हैं कि गोरखपुर में वर्दी की हनक बेअसर हो गई है।

किसने किससे मांगी रंगदारी

- चंदन सिंह ने कलर्स व परदेशी कलेक्शन के मालिकों समेत एक दर्जन लोगों से मांगी रंगदारी

-बंटी यादव ने ब्लाक प्रमुख महेंद्र प्रताप सिंह व डा. आनंद जायसवाल से मांगी रंगदारी

-संदीप त्रिपाठी ने झगहां में स्कूल के प्रबंधक जीउत बंधन से रंगदारी मांगी, न देने पर बेटे की हत्या

-संदीप त्रिपाठी ने 25 सितंबर को नई बाजार स्थित गैस एजेंसी के मालिक आशुतोष द्विवेदी से मांगी रंगदारी

-संदीप त्रिपाठी ने खोराबार के सराफा कारोबारी अशोक वर्मा से मांगी रंगदारी

-संदीप त्रिपाठी ने 17 अक्टूबर को नई बाजार में कपड़ा व्यवसायी मक्खन गुप्त से मांगी रंगदारी

-जेल में बंद हत्याभियुक्त प्रदीप यादव ने 22 अक्टूबर को झगहां के दो व्यवसायियों से मांगी रंगदारी

-गोरखनाथ थाना क्षेत्र के व्यवसायी बल्लभ दास अग्रवाल से उनके चालक ने संदीप त्रिपाठी के नाम से मांगी रंगदारी, गिरफ्तार


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