आलू ने तोड़ा तेजी का रिकार्ड
जागरण संवाददाता, गोरखपुर :
अच्छे दिनों के नारे में आलू ने पेच फंसा दिया। फिलहाल इसके दाम रिकार्ड तेजी पर हैं। थोक में प्रति क्विंटल 2300-2400 रुपये और फुटकर में प्रति किग्रा 28 रुपये के भाव खुद में रिकार्ड हैं। पहली बार प्याज को पछाड़ कर आलू ने दूसरा रिकार्ड बना दिया। थोक में प्याज के मौजूदा दाम 1700-2000 रुपये क्विंटल हैं। फुटकर भाव 26 रुपये किग्रा हैं।
आलू की रिकार्ड तोड़ तेजी से धंधा मंदा है। इससे अक्टूबर से शुरू होने वाली बुआई भी प्रभावित हो सकती है। कारोबारी फिरोज अहमद के मुताबिक पहले जहां थोक मंडी में रोज 12-15 ट्रक की बिक्री थी, वह सिमटकर 3-4 ट्रक तक आ गई है। अगर बिक्री सामान्य होती तो भाव और तेज होते। वैसे दशहरा और बुआई की मांग निकलने पर और तेजी संभव है। नई फसल दीवाली के करीब आती है, पर यह इतनी सीमित होती है कि दाम अप्रभावित रहते हैं। सब कुछ सामान्य रहने पर फरवरी में स्थानीय फसल की आवक से ही भाव नरम हो सकते हैं।
तेजी की वजह
गोरखपुर : इस बार पहले से ही आलू में तेजी के आसार थे। अक्टूबर बुआई का सीजन होता है। वर्ष 2013 में 14-16 अक्टूबर के बीच हुई भारी बारिश से बुआई में देरी हुई। तभी आशंका थी कि आलू की फसल में जब कंद पड़ने के समय आएगा तो पाले और झुलसे से फसल प्रभावित हो सकती है। वही हुआ। रही-सही कसर मध्य फरवरी के बाद लगातार हुई बारिश और ओलों ने कर दी। चूंकि जाड़ों में मौसम पश्चिमी विक्षोभ से तय होता है। इस सिस्टम का सर्वाधिक असर पश्मिोत्तर भारत होता है। यही वह इलाका है जहां सर्वाधिक आलू पैदा होता है। सारी चीजों ने मिलकर आलू के तेजी की भूमिका बना दी थी।
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इस वर्ष यूं बढ़े थोक भाव
तारीख/माह प्रति क्विंटल भाव
फरवरी 800-1000
अप्रैल 1200-1400
15 जून 1500-1600
22 जून 1700-1850
23 सितंबर 2300-2400