यूपी रेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की अब आई सुध
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : राज्य स्तर पर 2012 में आयोजित संयुक्त शोध पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों की शासन ने अब सुध ली है। प्रदेश सरकार ने सभी राज्य विश्वविद्यालयों से पीएचडी पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को पीएचडी में प्रवेश दिए जाने की ताजा जानकारी मांगी है। इतना ही नहीं इसी साल के जून में समाप्त हो चुकी शोध पात्रता परीक्षा प्रमाण पत्र की वैधता को भी एक वर्ष लिए बढ़ा दिया गया है।
शासन के उच्च शिक्षा विभाग की संयुक्त सचिव नीता मिश्रा ने सभी विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर कहा है कि 4 जून 2012 को हुई इस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को पीएचडी में प्रवेश दिए जाने की अद्यतन जानकारी शासन को उपलब्ध कराई जाए। माना जा रहा है कि विभाग की इस कार्यवाही के बाद अब विश्वविद्यालयों में अगली पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में शोध पात्रता परीक्षा 2012 उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को वरीयता मिलेगी।
बता दें कि जून 2012 में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की मेजबानी में राज्य स्तरीय शोध पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया था। मंशा थी कि राज्य विश्वविद्यालयों में पीएचडी नामांकन के लिए यही साझा प्रवेश परीक्षा जरिया होगी, लेकिन परीक्षा महज छलावा बनकर रह गई। उत्तीर्ण हुए करीब 65 हजार छात्रों में से किसी को भी पीएचडी में प्रवेश नहीं मिल सका। उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी कई बार ज्ञापन भेजा था।