मोदी की सुनी मगर नहीं कर पाए सवाल
गोंडा: जयनगरा गांव के 45 वर्षीय किसान कृष्ण कुमार गुरुवार की दोपहर से ही मिश्रौलिया चौराहा पहुंच गए थे, उन्हें उम्मीद थी कि वे पीएम पद के भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी से सीधे गोंडा के गन्ना किसानों की समस्याओं, सहकारी बैंकों की बंदी से पैदा हुई दिक्कतों के साथ ही किसानों की अन्य दिक्कतों पर बात करेंगे। इसके लिए शाम 6 बजे शहर के मिश्रौलिया चौराहे पर चाय पे नमो के साथ चर्चा कार्यक्रम तो शुरू हुआ, लेकिन गोंडा के किसान मोदी से बात नहीं कर सके। दरअसल वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से लाइव टेलीकास्ट की सुविधा न होने के कारण सिर्फ एलसीडी पर ही लोग नरेंद्र मोदी को सुन सके।
गुरुवार को महाराष्ट्र से चाय पे नमो के साथ चर्चा कार्यक्रम भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार मिश्रौलिया चौराहे पर आयोजित चौपाल में एलसीडी के माध्यम से गोंडा के किसानों से रूबरू हुए। यहां के किसानों को उम्मीद थी कि उन्हें भी मोदी के साथ सीधे बात करने का अवसर मिलेगा, ताकि वे अपनी समस्या उनके समक्ष रख सके। लेकिन यहां पर लाइव प्रसारण की व्यवस्था न होने से किसान अपनी बात मोदी तक नहीं पहुंचा पाए। सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर है। कहीं ओले से नुकसान की मार किसानों को झेलनी पड़ रही है, तो कहीं पर गन्ना किसानों की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। उन्होंने गुजरात के विकास की टिप्स बताने के साथ ही किसानों की समस्याओं को भी प्रमुखता से उठाया।
मोदी से महाराष्ट्र से डाबरी सरपंच ने कहा कि ये क्षेत्र काटन सिटी के नाम से जाना जाता हैं, लेकिन यहा के किसान सबसे ज्यादा परेशान होकर आत्मा हत्या कर रहे है। मोदी ने कहा कि यह समस्या गंभीर हैं, मिलें कहीं अलग लगी हैं, जिससे किसानों को कच्चे माल का फायदा नहीं मिल पा रहा है। भाजपा जिलाध्यक्ष अकबाल बहादुर तिवारी, शेष नरायन मिश्र, घनश्याम पांडेय, सोमनाथ मिश्र, शेषनरायन शर्मा, केके श्रीवास्तव, नीरज मौर्य सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।