कटान की जद में आया दाना, आशियाना
गोंडा: नदियों का जलस्तर भले ही घट रहा हो, लेकिन बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं। कटान की जद में आने से दुर्गागंज में एक और आशियाना नदी में डूब गया। जबकि करीब 200 बीघा फसल भी डूब गई। खतरे के निशान से घाघरा 17 व सरयू 13 सेमी ऊपर पहुंच गई हैं। प्रशासन ने लोगों के आवागमन के लिए एक दर्जन गांवो में 35 नावें लगाई हैं। एडीएम ने नवाबगंज का इलाके का दौराकर स्थितियों का जायजा लिया।
सरयू व घाघरा दोनों नदियों का जलस्तर लगातार घटने लगा है। जलस्तर कम होने से कटान तेज हो गई है। शुक्रवार को नवाबगंज के दुर्गागंज में कटान की जद में आने से शत्रोहन का घर बाढ़ के पानी बह गया। वहीं करीब 200 बीघा फसलें भी बह गई। जलभराव होने से साखीपुर, माझाराठ, दुल्लापुर, तुलसीपुरमाझा, गोकुला आदि गांव के लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं। अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार मालपाणी ने नवाबगंज क्षेत्र का दौरा कर बाढ़ की स्थितियों का जायजा लिया। भ्रमण के दौरान नायब तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे। उधर, कर्नलगंज में घाघरा नदी का जलस्तर घटने से एल्गिन-चरसड़ी तटबंध के स्पर नंबर 1, 3 व 4 में कटान तेज हो गया है। लगातार पानी का दबाव तटबंध पर बना हुआ है। बाढ़ कार्यखंड के अधिकारी स्परों को बचाने में जुटे हुए हैं। प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में आवागमन के लिए 35 नावें लगाई हैं।
इनसेट
पीड़ितों को मिला चेक
शुक्रवार को एडीएम ने कटान के चलते अपना घर गवांने वाले दुर्गागंज के केशवराम, गयालाल, लवली, राम चंदर व विजय कुमार को गृह अनुदान के तहत सरकारी सहायता के रूप में तीन-तीन हजार रुपये का चेक व पॉलीथीन का वितरण किया।